VIDEO: दिल्ली चुनाव से पहले कैश-कांड! BJP के पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा पर लगा पैसे बांटने का आरोप, AAP ने EC से की शिकायत
दिल्ली चुनाव से पहले राजधानी में कैश कांड का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि पूर्व बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने अपने सरकारी आवास पर मतदाताओं को पैसे बांटे हैं.
Delhi Elections 2025: दिल्ली चुनाव से पहले राजधानी में कैश कांड का एक वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि पूर्व बीजेपी सांसद प्रवेश वर्मा ने अपने सरकारी आवास पर मतदाताओं को पैसे बांटे हैं. वायरल वीडियो में कुछ महिलाएं प्रवेश वर्मा के घर से बाहर निकलते हुए 1100 रुपए कैश दिखा रही हैं. महिलाओं का कहना है कि उन्हें यह पैसा “लाडली योजना” के नाम पर दिया गया है. इस मुद्दे को लेकर दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी, आप नेता अरविंद केजरीवाल और संजय सिंह ने बीजेपी पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
सीएम आतिशी ने कहा, "प्रवेश वर्मा अपने घर पर खुलेआम पैसे बांटते पकड़े गए हैं. चुनाव आयोग और ईडी-सीबीआई को तुरंत उनके घर पर छापा मारना चाहिए और सारे पैसे जब्त करने चाहिए."
बीजेपी के पूर्व सांसद प्रवेश वर्मा पर पैसे बांटने का आरोप
खुलेआम ₹1100 बांटे गए?
भाजपा नेता प्रवेश वर्मा ने दी सफाई
BJP खुलेआम वोट खरीद रही: केजरीवाल
आप मुखिया अरविंद केजरीवाल ने 'एक्स' पर लिखा, ''वो हमें रोकने की साजिश कर रहे हैं लेकिन कभी सफल नहीं होंगे. ये लोग हर वोटर को 1100 रुपये देकर अपनी पार्टी के लिए वोट मांग रहे हैं. आप जरूरतमंदों की मदद कर रहे हैं या खुलेआम वोट खरीद रहे हैं? आपके पिता को आपके जैसे गद्दार बेटे पर शर्म आनी चाहिए. वो कह रहे हैं कि उनके घर से कोई भी महिला खाली हाथ नहीं जाएगी. आज से पूरी दिल्ली की महिलाएं उनके घर जाएं और पैसे लेकर आएं. ये लोग चुनाव नहीं लड़ते हैं, सिर्फ बेईमानी करते हैं.''
''लोग पैसे तो ले लेंगे, लेकिन वोट नहीं देंगे''
केजरीवाल ने आगे कहा कि इस बार दिल्ली चुनाव में इनकी एक-एक करतूत देश के सामने उजागर होगी. ये लोग पूरे देश के सामने बेनकाब होंगे. मैं अभी अपने नई दिल्ली विधानसभा क्षेत्र के कई इलाकों से आ रहा हूं. हर जगह लोगों ने बताया कि ये लोग खुलेआम वोट खरीद रहे हैं. ये एक वोट के लिए 1100 रुपये दे रहे हैं. लोगों ने कहा कि लोग इनसे पैसे तो ले लेंगे लेकिन वोट नहीं देंगे.
प्रवेश वर्मा का जवाब
इस विवाद पर प्रवेश वर्मा ने अपनी सफाई दी है. उन्होंने कहा कि यह पैसा उनकी संस्था की ओर से दिया जा रहा है. उन्होंने कहा, "25 साल पहले मेरे पिता ने एक संस्था बनाई थी, जो जरूरतमंदों की मदद करती है. यह पैसा उसी के तहत बांटा गया है. इसका चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है."