नई दिल्ली: कारोबारी रॉबर्ट वाड्रा (Robert Vadra) ने रविवार को अपनी पत्नी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi) के साथ 'उत्तर प्रदेश पुलिस के व्यवहार' की कड़ी निंदा की. रॉबर्ट ने रविवार को ट्विटर पर अपनी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने लिखा, "महिला पुलिसकर्मियों ने प्रियंका से जैसी धक्का-मुक्की की है, मैं उससे बहुत व्यथित हूं. जहां एक महिला पुलिसकर्मी ने उनका गला पकड़ लिया, वहीं दूसरी महिला पुलिसकर्मी ने उन्हें धक्का मार दिया, जिससे वह गिर गईं। लेकिन वह दृढ़ थीं और वह पूर्व आईपीएस अधिकारी एस.आर. दारापुरी से मिलने दोपहिया वाहन से गईं.
जरूरतमंद लोगों से मिलने जाने और इस दयालुता के लिए प्रियंका, मुझे आप पर गर्व है. आपने सही किया और परेशान व्यक्ति का साथ देने में कोई बुराई नहीं है. प्रियंका गांधी वाड्रा ने शनिवार को लखनऊ में सेवानिवृत्त आईपीएस अधिकारी एस.आर. दारापुरी के घर जाने के लिए स्कूटी का सहारा लिया, क्योंकि पुलिस ने कथित रूप से उनका मार्ग रोकने की कोशिश की. यह भी पढ़े: लखनऊ की SSP कलानिधि नैथानी ने कहा- प्रियंका गांधी से बदसलूकी और उनका गला दबाने की खबर अफवाह
I am proud of you Priyanka for being compassionate & for reaching out to people who need you.
What you did was correct & there is no crime to be with people in need or in grief 2/2 pic.twitter.com/50GYKCx61M
— Robert Vadra (@irobertvadra) December 29, 2019
लखनऊ में लोहिया पथ पर पुलिस ने उन्हें रोक दिया. लेकिन वह स्कूटी से गईं, जिसे पार्टी सचिव धीरज गुर्जर चला रहे थे. इसके बाद उन्हें पॉलीटेक्टिनक चौराहे पर रोक दिया गया, जहां से वह दारापुरी के आवास तक पैदल गईं. लोहिया पथ पर तब नाटकीय दृश्य देखने को मिला, जब पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और जितिन प्रसाद तथा आचार्य प्रमोद कृष्णन जैसे नेता उनके पीछे दौड़ रहे थे.
प्रियंका गांधी ने बाद में आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके साथ धक्का-मुक्की की और 'बिना किसी कारण उनका गला पकड़ लिया. उन्होंने कहा, "मैं जब दारापुरी के परिजनों से मिलने जा रही थी तो पुलिस ने मुझे रोक दिया. पुलिसकर्मियों ने मेरे साथ धक्का-मुक्की की. जब मैं एक पार्टी कार्यकर्ता की स्कूटी पर पीछे बैठकर जा रही थी तो वे मुझे घेरे हुए थे. इसके बाद मैं दारापुरी के आवास पर गई.