नई दिल्ली: उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने कानपुर (Kanpur) में सीएए (CAA) के समर्थन में रैली करते हुए कहा कि, 'अब इन्होंने क्या किया है, अपने घर की महिलाओं को चौराहे-चौराहे पर बैठाना शुरू कर दिया है, कितना बड़ा अपराध की पुरुष घर में सो रहा है रजाई ओढ़ के, और महिलाओं को आगे करके चौराहे-चौराहे पर बैठाया जा रहा है.' उन्होंने आगे कहा कि, 'कितना शर्मनाक है कांग्रेस, सपा और वामपंथी दलों के लोगों के लिए एक देश की कीमत पर राजनीति करना और दूसरा विरोध के लिए महिलाओं को आगे करना, जिन्हें पता ही नहीं की सीएए क्या है.'
वहीं समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने बुधवार को कहा कि वह नागरिकता कानून और विकास को लेकर बीजेपी के लोगों से बहस के लिए तैयार हैं. उन्होंने अमित शाह के कहे शब्द 'डंके की चोट' पर तंज कसते हुए कहा कि यह राजनेताओं की भाषा नहीं हो सकती. बुधवार को जनेश्वर मिश्र की पुण्यतिथि पर जनेश्वर मिश्र पार्क में आयोजित कार्यक्रम में अखिलेश ने कहा कि बहुमत के कारण बीजेपी आम लोगों की आवाज नहीं दबा सकती. उन्होंने कहा कि बीजेपी जब चाहे तब, सीएए और विकास के मुद्दे पर उनसे बहस करने को वह तैयार हैं. वह उन्हें सिर्फ जगह और मंच के बारे में बता दे.
कानपुर में CAA के समर्थन में रैली करते हुए योगी आदित्यनाथ: कितना शर्मनाक है कांग्रेस, सपा और वामपंथी दलों के लोगों के लिए एक देश की कीमत पर राजनीति करना और दूसरा विरोध के लिए महिलाओं को आगे करना, जिन्हें पता ही नहीं की CAA क्या है। https://t.co/67YqpnDFD5
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 22, 2020
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अखिलेश बोले, "सीएए का विरोध सिर्फ सपा ही नहीं कर रही है, समूचे देश में लोग सड़कों पर उतर आए हैं, बड़ी संख्या में महिलाएं भी धरना दे रही हैं. बीजेपी वाले धर्म के नाम पर नागरिकों के साथ भेदभाव कब तक करेंगे. वोट के लिए भारत की आत्मा को क्यों खत्म कर रही है बीजेपी?" पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "डंके की चोट पर.. यह राजनेताओं की भाषा नहीं हो सकती. कितनी अफसोस की बात है कि मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम व श्रीकृष्ण की धरती पर, हमारे प्रदेश में आज राजनेता ठोक दिया जाएगा, जबान खींच ली जाएगी.. जैसी भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं."