मुंबई:- नागरिकता कानून (CAA) के विरोध में देशभर में 30 से ज्यादा वक्त से प्रदर्शन जारी हैं. इस दौरान दिल्ली के शाहीन बाग (Shaheen Bagh) के नाम की खूब चर्चा है. दरअसल शाहीन बाग (Shaheen Bagh) में महिलाएं बच्चों के साथ आंदोलन पर बैठी हैं. इनकी मांग है कि CAA को जब तक वापस नहीं लिया जाता है इनका आंदोलन जारी रहेगी. इसी के तर्ज पर देश की राजधानी मुंबई में भी आंदोलन शुरू किया गया है, नागपाड़ा में रात 10 बजे से ही महिलाओं ने यह आंदोलन शुरू किया है. इस विरोध-प्रदर्शन में ज्यादातर महिलाएं शामिल हैं जो हाथों में तिरंगा, बैनर और पोस्टर्स लेकर CAA और NRC को वापस लेने की मांग कर रही है.
वहीं मोरलैंड रोड पर सीएए, एनआरसी और एनपीआर (NPR) के खिलाफ सड़कों पर उतरकर प्रदर्शन किया. बता दें कि दक्षिण-पूर्व दिल्ली के शाहीन बाग में पिछले एक महीने से ज्यादा समय से सीएए के खिलाफ प्रदर्शन चल रहा है. पिछले साल 15 दिसंबर को जामिया नगर में सीएए विरोधी हिंसक प्रदर्शन के ठीक बाद यह प्रदर्शन शुरू हुआ था. जिसमें कांग्रेस समेत कई विपक्ष के नेता भी इस आंदोलन का समर्थन कर चुके हैं. यह भी पढ़ें:- उत्तर प्रदेश: मेरठ में पोलियो टीम को NPR सर्वे करने वाले समझकर बनाया बंधक और की पिटाई- पुलिस ने दर्ज किया मामला.
Mumbai: People hold protest against Citizenship Amendment Act, National Register of Citizens and National Population Register, at Morland Road. #Maharashtra pic.twitter.com/fXG8OpY2l7
— ANI (@ANI) January 27, 2020
नागपाड़ा में रात 10 बजे से आंदोलन शुरू
Maharashtra: Women hold protest against Citizenship Amendment Act (CAA), National Register of Citizens (NRC) and National Population Register (NPR) in Madanpura, Mumbai Central. pic.twitter.com/ZcwFzd0T82
— ANI (@ANI) January 26, 2020
बता दें कि दिल्ली के बाद नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर लखनऊ के घंटाघर में महिलाओं का प्रदर्शन जारी है. मुस्लिम महिलाएं सीएए और एनआरसी के विरोध को लेकर घंटाघर पर महिलाएं इकठ्ठा हुई हैं. इन महिलाओं का कहना है कि सरकार जब तक सीएए और एनआरसी को वापस नहीं लेती है तब तक वह अपना धरना समाप्त नहीं करेंगी. इनके साथ बच्चे भी हैं. पुलिस ने बिना परमिशन के प्रदर्शन करने को लेकर कानून का उलंघना बताया है.