छलकते आंसुओं से येदियुरप्पा का इस्तीफा, इन चार में से कोई एक हो सकता है कर्नाटक का अगला मुख्यमंत्री!
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कर्नाटक में सबसे प्रभावशाली लिंगायत समुदाय से आने वाले मुरुगेश निरानी का नाम मुख्यमंत्री की रेस में पहले नंबर पर है. येदियुरप्पा भी लिंगायत समाज से ही आते हैं.
बेंगलुरु: कर्नाटक मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने सोमवार को इस्तीफा दे दिया. येदियुरप्पा ने ठीक दो साल पहले आज ही के दिन मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी और ठीक दो साल बाद आज उन्होंने अपने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया. इस्तीफा देते वक्त येदियुरप्पा के आंसू छलक गए. रोते हुए उन्होंने कहा, मैंने हमेशा अग्निपरीक्षा दी है. दो साल का कार्यकाल पूरा होने पर येदियुरप्पा विधानसभा में भाषण दे रहे थे. उन्होंने कहा कि उन्होंने कहा, मैंने मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने का फैसला किया है. मैं आज दोपहर में राज्यपाल को इस्तीफा सौंपूंगा. Karnataka: बीएस येदियुरप्पा ने दिया सीएम पद से इस्तीफा, काफी दिलचस्प है सियासी सफर.
येदियुरप्पा अपने पुराने दिनों को याद करते हुए भावुक भी हो गए. भावुक अंदाज में उन्होंने कहा, 'जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे तो उन्होंने मुझे केंद्र में मंत्री बनने को कहा था लेकिन मैंने कर्नाटक में रहना चुना.' बता दें कि येदियुरप्पा ने रविवार को ही यह संकेत दे दिया था कि उन्हें मुख्यमंत्री पद छोड़ना पड़ेगा. उन्होंने कहा था कि रविवार या फिर सोमवार तक यह फैसला हो जाएगा.
इस दौरान अपने इस्तीफे का ऐलान करते हुए येदियुरप्पा ने कहा कि इन दो सालों में मुझे राज्य के लिए बहुत ज्यादा काम करने का मौका नहीं मिल पाया. उन्होंने कहा कि कोरोना संकट के चलते बहुत सी चीजें थम गई हैं और ज्यादा काम का मौका ही नहीं मिल पाया.
वहीं दूसरी ओर बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कर्नाटक के प्रभारी अरुण सिंह से राज्य के हालातों पर चर्चा की है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कर्नाटक में नए मुख्यमंत्री के चुनाव के लिए जल्दी ही पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की जाएगी. इन नियुक्ति के बाद पर्यवेक्षक राज्य में विधायक दल की मीटिंग में हिस्सा लेंगे. इस बैठक के दौरान ही बीएस येदियुरप्पा के विकल्प के तौर पर नए मुख्यमंत्री की घोषणा होगी.
वहीं मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कर्नाटक में सबसे प्रभावशाली लिंगायत समुदाय से आने वाले मुरुगेश निरानी का नाम मुख्यमंत्री की रेस में पहले नंबर पर है. येदियुरप्पा भी लिंगायत समाज से ही आते हैं. खदान मंत्री मुरुगेश निरानी का राज्य में अच्छा खासा प्रभाव है. वहीं केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी का नाम मुख्यमंत्री की रेस में दूसरे नंबर पर है. रिपोर्ट्स के मुताबिक, प्रह्लाद जोशी को संघ और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के अलावा गृहमंत्री अमित शाह का भी बेहद भरोसेमंद माना जाता है. वहीं कर्नाटक के गृह मंत्री बसवराज बोम्मई का नाम इस रेस में तीसरे नंबर पर है जबकि बीजेपी महासचिव सीटी रवि का नाम भी मुख्यमंत्री की रेस में शामिल है.
गौरतलब है कि, येदियुरप्पा के इस्तीफे को लेकर बीते दो महीनों से लगातार कयास लग रहे थे, लेकिन उनकी ओर से कई बार इसे खारिज किया जा चुका था. हालांकि बीते सप्ताह उन्होंने कहा था कि वीकेंड तक कोई बड़ा संदेश हाईकमान की ओर से आ सकता है. इससे यह माना जा रहा था कि सरकार के दो साल पूरे होने के मौके पर येदियुरप्पा को कर्नाटक की कुर्सी खाली करने का संदेश मिल सकता है. इससे पहले बीएस येदियुरप्पा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से दिल्ली में मुलाकात कर इस बारे में चर्चा भी की थी.