बीजेपी के हाथ से निकला कैराना, आरएलडी उम्मीदवार तबस्सुम 55000 से अधिक वोटों से जीती
योगी आदित्यनाथ (Photo Credits : IANS)

लखनऊ: 2019 के चुनावी वर्ष की दशा और दिशा के लिए अहम माना जानेवाला कैराना लोकसभा सीट बीजेपी के हाथ से चला गया है. कैराना में गठबंधन की जोड़ी बीजेपी पर भारी पड़ी. यहां मुख्य मुकाबला बीजेपी की प्रत्याशी मृगांका सिह और राष्ट्रीय लोक दल (आरएलडी) उम्मीदवार तबस्सुम हसन में था.

आरएलडी प्रत्याशी तबस्सुम हसन ने बीजेपी उम्मीदवार मृगांका सिंह को 55000 से अधिक मतों से हरा दिया है. कैराना लोकसभा सीट को दोबारा जितने के लिए बीजेपी ने पूरी मेहनत की थी. कैराना का परिणाम आने वाले समय में विपक्षी एकता बनाम मोदी ब्रांड की क्षमता को प्रभावित करेगा.

मृगंका सिंह से बढ़त हासिल करने के बाद तबस्सुम हसन ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, "यह सत्य की जीत है. मैंने जो कहा है उसी के साथ खड़ी रहूंगी. मैं कभी नहीं चाहूंगी कि भविष्य में कोई चुनाव ईवीएम से हो. संयुक्त विपक्ष के लिये 2019 का रास्ता साफ है."

कैराना लोकसभा सीट और नूरपुर विधानसभा सीट के लिए मतगणना गुरुवार सुबह शुरू हो गई थी. बता दें 28 मई को हुई वोटिंग के दौरान कैराना सीट पर लगभग 21 फीसदी वीवीपैट मशीनों में गड़बड़ी के कारण वोटिंग बाधित होने की शिकायतें दर्ज की गई थीं. जिसके बाद कैराना सीट पर कल 73 मतदान केंद्रों पर पुनर्मतदान कराया गया था. शाम छह बजे तक 61% मतदान हुआ था.

बीजेपी सांसद हुकुम सिंह के निधन के कारण कैराना सीट पर उपचुनाव हुए. उनकी बेटी मृगांका सिंह यहां से बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर चुनावी मैदान में उतारी थी. इस सीट पर आरएलडी की तबस्सुम हसन को समजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और कांग्रेस का समर्थन प्राप्त था.

गौरतलब है कि 2014 में हुए लोकसभा चुनाव में कैराना सीट पर भाजपा के हुकुम सिंह जीते थे. हुकुम सिंह को इस चुनाव में कुल 565,909 मत मिले थे जबकि समजवादी पार्टी की नाहिद हसन दूसरे नंबर पर रही थीं और उन्हें 32,9081 वोट मिले थे. बहुजन समाज पार्टी के कुंवर हसन तीसरे स्थान पर आए थे और उन्हें 16,0444 वोट मिले थे.

वहीँ बीजेपी को नूरपुर विधानसभा सीट पर भी झटका लगा है. यहां से समाजवादी पार्टी के नईमुल हसन ने 6211 वोटों से जीत दर्ज की है. नूरपुर में बीजेपी विधायक लोकेन्द्र सिंह चौहान की सड़क दुर्घटना में निधन की वजह से उपचुनाव हुए थे.

कैराना और नूरपुर में बीजेपी की हार के बाद सियासी बयानबाजी भी शुरू हो गई है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि उपचुनाव के परिणाम यह साफ संकेत दे रहे हैं कि देश में अब लोग मोदी सरकार को हटाना चाहते हैं.