भुवनेश्वर, 4 अक्टूबर: बीजू जनता दल (Biju Janata Dal) के वरिष्ठ नेता और पिपिली से विधायक प्रदीप महारथी का यहां एक निजी अस्पताल में निधन हो गया. वह 65 साल के थे. सात बार के विधायक जांच में 14 सितंबर को कोविड-19 (COVID19) पॉजिटिव पाए गए थे. महारथी का शनिवार देर रात निधन हो गया. उन्हें एसयूएम अल्टीमेट मेडिकेयर में भर्ती कराया गया था. हालत गंभीर होने के कारण वह शुक्रवार से वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे.
महारथी के पार्थिव शरीर का पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा. 4 जुलाई, 1955 को पुरी जिले के पिपिली में जन्मे, महारथी ने अपने राजनीतिक जीवन की शुरुआत एससीएस कॉलेज, पुरी में एक छात्र नेता के रूप में की. वह 1985 में जनता पार्टी के टिकट पर पहली बार पिपिली विधानसभा क्षेत्र से ओडिशा विधानसभा के लिए चुने गए थे. अपने राजनीतिक जीवन के दौरान, उन्होंने पंचायती राज और पेयजल आपूर्ति, कृषि और मत्स्य पालन जैसे महत्वपूर्ण विभागों के मंत्री के रूप में काम किया.
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कई नेताओं ने महारथी के शोक संतप्त परिवार के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की है. राज्यपाल प्रोफेसर गणेशी लाल ने महारथी के निधन पर शोक व्यक्त किया और शोक संतप्त परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की. उन्होंने कहा, "वह एक लोकप्रिय नेता और सक्षम विधायक थे, उनकी असामयिक मृत्यु राजनीति के लिए एक बड़ी क्षति है."
मुख्यमंत्री नवीन पटनायक (Naveen Patnaik) ने महारथी को बीजू जनता दल के अहम नेता और बीजू बाबू के लंबे समय के सहयोगी के रूप में बताया. उन्होंने कहा कि उन्हें असाधारण संगठन क्षमता के लिए जाना जाता है, उन्होंने पिपिली से लगातार सात बार चुनाव जीता था. वे लोगों के सच्चे नेता थे. उन्होंने शोक संतप्त परिवार और पिपली के लोगों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की है. केंद्रीय मंत्री धर्मेद्र प्रधान और प्रताप सारंगी ने भी महारथी के निधन पर संवेदना जताई है.