Bikaner Lok Sabha Results 2019: राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों में बीकानेर सीट सबसे चर्चित सीटों में से एक है. इस सीट पर पांचवे चरण 6 मई को वोट डाले जाने के बाद इन वोटों की आज गिनती की जा रही है. सुबह 8 बजे से शुरू इन वोटों के गिनती के रुझान आने शुरू हो गए है. इस सीट से दो बार चुनाव जीत चुके बीजेपी के वर्तमान सांसद अर्जुन राम मेघवाल (Arjun Ram Meghwal) को पार्टी से टिकट मिलने पर वे तीसरी बार किस्मत आजमा रहे है. वहीं कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व आईपीएस (IPS) अधिकारी मदनगोपाल मेघवाल (Madangopal Meghwal) को अपना प्रत्याशी बनाया है. इन दोनों प्रत्याशीयों में ख़ास बात यह है कि दोनों भारतीय प्रशासनिक सेवा से इस्तीफा देकर राजनीति में आए हैं और रिश्ते में दोनों मौसेरे भाई हैं.
केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल साल 2009 में भारतीय प्रशासनिक सेवा छोड़कर राजनीति में आए और बीकानेर सीट से जीते. पिछले लोकसभा चुनाव में उन्होंने कांग्रेस के शंकर पन्नू को तीन लाख से ज्यादा वोटों से हराया. मोदी सरकार में मेघवाल का कद लगातार बढ़ा. वह लोकसभा में बीजेपी के मुख्य सचेतक रहे और फिलहाल जल संसाधन के साथ साथ केंद्रीय राज्य मंत्री हैं. बहरहाल, बीकानेर सीट पर उनके लिए हालात पहले जितने सुगम नहीं हैं. कभी बीजेपी में कद्दावर नेता रहे देवी सिंह भाटी उनका खुलकर विरोध कर रहे हैं और उन्हें टिकट देने के विरोध में पार्टी छोड़ चुके हैं. इसके अलावा, अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित इस सीट पर जाट और ब्राह्मण मतदाता भी खासी संख्या में हैं जिनका रूख इस बार बदला हुआ है. यह भी पढ़ें- झुंझुनू लोकसभा सीट: बीजेपी और कांग्रेस के बीच कांटे की टक्कर, जानें सियासी समीकरण
कांग्रेस के टिकट पर मैदान में उतरे मदनगोपाल आरपीएस से पदोन्नत होकर आईपीएस बने. उनकी सेवा के कई साल अभी बाकी थे लेकिन दिसंबर में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले उन्होंने इस्तीफा दे दिया. वह खाजूवाला से टिकट के दावेदार थे लेकिन बात नहीं बनी. अब पार्टी ने उन्हें लोकसभा चुनाव का टिकट देकर दांव खेला है. अर्जुनराम, मदनगोपाल के मौसेरे भाई हैं और उनसे बड़े हैं. ऐसे में देखना होगा कि इस क्षेत्र का मेघवाल समाज और अन्य मतदाता किस उम्मीदवार को अपनी पसंद बनाते हैं.
बीकानेर लोकसभा क्षेत्र में कुल आठ विधानसभा सीटें आती हैं. इनमें से सात तो बीकानेर जिले की हैं जबकि एक सीट अनूपगढ़ गंगानगर जिले में हैं. इन आठ में से तीन सीटें - बीकानेर पश्चिम, कोलायत और खाजूवाला कांग्रेस के पास हैं जबकि नोखा, लूणकरणसर तथा बीकानेर पूर्व बीजेपी के पास हैं. वहीं डूंगरगढ माकपा के हिस्से में है. यह भी पढ़ें- चुरू लोकसभा सीट: बीजेपी के राहुल कासवान और कांग्रेस के रफीक मंडेलिया के बीच दिलचस्प मुकाबला
बता दें कि राजस्थान की कुल 25 सीटों में से 13 सीटों पर चौथे चरण यानी 29 अप्रैल को मतदान हुआ. वहीं, बाकी बचे 12 सीटों के लिए पांचवे चरण में वोटिंग होनी है. छह मई को गंगानगर बीकानेर, चूरू, झुंझुनूं, सीकर, जयपुर ग्रामीण, जयपुर, अलवर, भरतपुर, करौली-धौलपुर, दौसा और नागौर में वोटर अपने नए सांसद को चुनने के लिए मतदान करेंगे. सूबे में कांग्रेस और बीजेपी के बीच सीधी टक्कर है.
भाषा इनपुट