लोकसभा चुनाव 2024 को लेकर बिहार एनडीए में सीट शेयरिंग का मामला फिर उलझता नजर आ रहा है. नरेंद्र मोदी सरकार में मंत्री पशुपति कुमार पारस की पार्टी आरएलजेपी (RLJP) ने इसमें पेंच फंसा दिया है. सीट शेयरिंग का फार्मूला उन्हें मंजूर नहीं है, जिसमें चिराग पासवान को पांच जबकि पारस की पार्टी को 0 सीट दी गई है.
पार्टी के सामने मौजूदा राजनीतिक हालात पर चर्चा के लिए दिल्ली में पशुपति पारस के आवास पर राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी संसदीय बोर्ड की बैठक हुई. बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने कहा, "...मीडिया के माध्यम से आई खबरों के मुताबिक हमारी पार्टी को तरजीह नहीं दी जा रही है. इससे हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं में निराशा है...जबतक विधिवत भाजपा की लिस्ट नहीं आती तबतक हमारा आग्रह है कि हमारे पार्टी के 5 सांसदों पर पुणः विचार करें. हम लिस्ट का इंतजार करेंगे. घोषणा के बाद अगर हमें उचित सम्मान नहीं दिया गया तो हमारी पार्टी कहीं भी जाने के लिए स्वतंत्र है..." वहीं पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता श्रवण अग्रवाल ने कहा है कि भाजपा ने हमारे साथ अन्याय किया है इसलिए हमारे सारे विकल्प खुले हैं.
#WATCH केंद्रीय मंत्री और राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस ने कहा, "...मीडिया के माध्यम से आई खबरों के मुताबिक हमारी पार्टी को तरजीह नहीं दी जा रही है। इससे हमारी पार्टी के कार्यकर्ताओं में निराशा है...जबतक विधिवत भाजपा की लिस्ट नहीं आती तबतक हमारा आग्रह… pic.twitter.com/EZyU3TZgK0
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 15, 2024
सीट शेयरिंग में बताया गया कि भाजपा को 17, जदयू को 16, लोजपा राम विलास को पांच, हिंदुस्तानी एवं मोर्चा को एक और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को एक सीट पर लोकसभा का चुनाव लड़ना है. वहीं पशुपति कुमार पारस को राज्यसभा या राज्यपाल का पद और उनके भतीजे समस्तीपुर सांसद प्रिंस पासवान को बिहार सरकार में मंत्री का ऑफर दिया गया.