पटना: लोकजनशक्ति पार्टी (LJP) में फूट के बाद भतीजे चिराग पासवान (Chirag Paswan) और चाचा पशुपति कुमार पारस (Pashupati Kumar Paras) के बीच घमासान जारी हैं. चाचा और भतीजे के बीच जारी घमासान के बीच चाचा ने चिराग पासवान को शनिवार को एक और झटका दिया है. उन्होंने एलजेपी की सभी पुरानी इकाइयों को भंग कर दिया है. इनमें राष्ट्रीय प्रदेश और सभी प्रकोष्ठ की इकाइयां शामिल थी. पारस की तरफ से बनाई गई नई राष्ट्रीय कार्यकारिणी में 9 लोग हैं जिसमें पशुपति पारस के अध्यक्ष के अलावा 8 सदस्य हैं. 8 सदस्यों में उनके चार करीबी सांसदों के साथ पार्टी के चार और लोगों को शामिल किया गया है.
मीडिया के बातचीत में पारस ने कहा लोक जनशक्ति पार्टी की जो पुरानी कमेटी थी, राष्ट्रीय हो, प्रदेश की हो या जितने भी प्रकोष्ठ हैं, सभी को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाता है. नई छोटी सी कमेटी तत्काल कार्य करने के लिए बनाई गई है, 8 लोगों की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बनाई गई है. एलजेपी की तरफ से जो नहीं कमेटी बनाई गई है. यह भी पढ़े: LJP में बगावत, चिराग पासवान के चाचा पशुपति कुमार पारस को सर्वसम्मति से लोकसभा में पार्टी संसदीय दल का नेता चुना गया
लोक जनशक्ति पार्टी की जो पुरानी कमेटी थी, राष्ट्रीय हो, प्रदेश की हो या जितने भी प्रकोष्ठ हैं, सभी को तत्काल प्रभाव से भंग किया जाता है। नई छोटी सी कमेटी तत्काल कार्य करने के लिए बनाई गई है, 8 लोगों की राष्ट्रीय कार्यकारिणी बनाई गई है: लोजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पशुपति कुमार पारस pic.twitter.com/ZF92ZN8a7c
— ANI_HindiNews (@AHindinews) June 19, 2021
बता दें कि लोकजनशक्ति पार्टी के संस्थापक और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान के निधन के बाद उनके पुत्र चिराग पासवान को उनकी विरासत संभालने का दायित्व मिला था, लेकिन लोजपा के पांच सांसदों के अलग होने के बाद चिराग अलग-थलग पड़ गए है. वे न लोजपा जैसी पार्टी के '' चिराग'' बन सके और नहीं भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के ''हनुमान''ही बन सके.
वहीं पिछले वर्ष हुए बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए से अलग होकर चुनाव मैदान में उतरी लोजपा के प्रमुख चिराग उस समय चुनावी सभाओं में खुद को पीएम मोदी का ''हनुमान'' बताकर वोट की मांग करते थे, लेकिन मतदाताओं को यह ''हनुमान'' पसंद नहीं आया. चिराग दावा करते थे कि चुनाव के बाद भाजपा और लोजपा की सरकार बनेगी. (इनपुट एजेंसी के साथ)