बिहार की राजनीति में आ सकता है बड़ा भूचाल, NDA में घमासान के बीच आरजेडी भी बड़े दांव की फिराक में!
बिहार सीएम नीतीश कुमार (Photo Credits: ANI)

पटना, 21 जनवरी : बिहार में सत्ताधारी गठबंधन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के घटक दलों के बीच मचे घमासान के बीच राज्य के सबसे बड़े दल राष्ट्रीय जनता दल (राजद) की सक्रियता बढ़ गई है. राजद के नेता अब राजग घटक दलों से मिल रहे है, जिसको लेकर राज्य में नए सियासत समीकरण बनने के आसार के कयास लगाए जाने लगे हैं. बिहार में राजग में शामिल जदयू और विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) उत्तर प्रदेश में चुनाव लडने की घोषणा कर दी है. वीआईपी ने तो कई सीटों पर अपने उम्मीदवार भी घोषित कर दिए हैं. ऐसी स्थिति में भाजपा से इनके रिश्ते में तनाव देखा जा रहा है.

सम्राट अशोक की तुलना औरंगजेब से करने का मामला हो, या राज्य की शराबबंदी कानून के कार्यान्वयन का मुद्दा हो, भाजपा और जदयू के नेता अपने-अपने क्षेत्र में रहकर बयानों के जरिए एक दूसरे की ताकत की जोर आजमाइश कर रहे है. इस बीच, जदयू के पूर्व विधायक श्याम बहादुर सिंह ने भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल पर ही एक विवादित बयान दे कर घमासान को और बढ़ा दिया. भाजपा अब पूर्व विधायक पर कारवाई की मांग कर रही है. इधर, वीआईपी प्रमुख मुकेश सहनी ने भी राजद नेता लालू प्रसाद की नीतियों का समर्थन करते हुए तेजस्वी यादव को छोटा बताकर अपने नए भविष्य के संकेत दे दिए. सहनी ने तो इस बीच गठबंधन से अलग होने की धमकी तक दे दी. हालांकि भाजपा ने बिना दबाव के सहनी की धमकी को 'गीदड़ भभकी' तक बता रही है . यह भी पढ़ें : इंडिया गेट पर लगेगी नेताजी सुभाष चंद्र बोस की भव्य मूर्ति, PM मोदी ने किया ऐलान

इधर, राजद ने अपनी सक्रियता बढ़ा दी है. राजद प्रवक्ता मृत्युंजय तिवारी पहले जदयू के वरिष्ठ नेता उपेंद्र कुशवाहा और उसके बाद बिहार के मंत्री मुकेश सहनी के घर जाकर उनसे मुलाकात की. इस मुलाकात के बाद राज्य की सियासत में तरह तरह के कयास लगाए जाने लगे. तिवारी हालांकि दोनो से मुलाकात को निजी बताया. मृत्युंजय तिवारी कहते है, 'राजग में अपने ही घमासान मचा है, उसके लिए हम कैसे जिम्मेदार हो सकते हैं. यह सरकार बहुत दिन नहीं चलने वाली है.' उन्होंने यहां तक कहा कि सहनी की 'पतवार' जब्त होगी तो सरकार तो डूब ही जाएगी. इधर, राजद के वरिष्ठ नेता शिवानंद तिवारी कहते हैं, किसी भी गठबंधन में ऐसी स्थिति सुखद परिस्थिति के संकेत नहीं हैं. उन्होंने कहा घटक दल एक दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, ऐसी स्थिति में इसमें कोई संदेह नहीं कि राजग में घमासान मचा है और सब कुछ ठीक नहीं चल रहा. उन्होंने कहा राजग में अब पहले वाली स्थिति नहीं दिख रही. आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी कुछ करने में असमर्थ नजर आ रहे हैं.