पटना: शुक्रवार को बिहार (Bihar) विधानसभा की कार्रवाई के दौरान पशु और मतस्य पालन मंत्री मुकेश सहनी (Mukesh Sahani) का मामला उठा. विपक्षी नेताओं ने मुकेश सहनी के इस्तीफे की बात की. दरअसल विपक्ष का आरोप है कि दो दिन पहले हाजीपुर में पशुपालन विभाग के कार्यक्रम में मंत्री मुकेश सहनी की जगह उनके भाई सरकारी गाड़ी से कार्यक्रम में पहुंचे और विभाग की तरफ से आयोजित कार्यक्रम में चीफ गेस्ट बने थे. इस मामले को लेकर विपक्षी नेताओं ने सदन में जबरदस्त हंगामा किया. इसके बाद खुद सीएम नीतीश ने कहा कि वे कार्रवाई करेंगे.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने मंत्री मुकेश सहनी के स्थान पर उनके भाई के सरकारी कार्यक्रम में शामिल होने की खबर पर विधानसभा में विपक्ष के हंगामे के बाद कहा कि यदि ऐसा हुआ है तो आश्चर्यजनक है, वह इस मामले को देखेंगे. सीएम नीतीश ने कहा, मुझे इसकी जानकारी नहीं थी, ऐसा नहीं होना चाहिए था. बिहार के सीएम नीतीश कुमार से विधानसभा में जब विपक्ष ने मुकेश सहानी के इस्तीफे की मांग की तो उन्होंने कहा, अगर यह सच है तो यह चौंकाने वाला है, ऐसा नहीं होनी चाहिए. मैं इसे देखूंगा. Bihar: नीतीश सरकार में मंत्री मुकेश सहनी की जगह सरकारी कार्यक्रम में उनके भाई बने 'उद्घाटनकर्ता', विधानसभा में हंगामा.
यहां देखें तस्वीर:
Bihar Minister Mukesh Sahani's brother today attended a govt program in Hajipur city of Vaishali district, instead of the minister himself who was scheduled to be there.
"He was busy, that's why I came as his representative", says the minister's brother, Santosh Kumar Sahani. pic.twitter.com/fWQDkk0nc8
— ANI (@ANI) March 5, 2021
पूरे मामले में बिहार के मंत्री मुकेश सहनी के भाई संतोष कुमार सहनी (Santosh Kumar Sahani) ने खुद स्वीकार किया कि वे मंत्री के स्थान पर वैशाली जिले के हाजीपुर शहर में एक सरकारी कार्यक्रम में शामिल हुए थे. उन्होंने कहा वे (मंत्री मुकेश सहनी) व्यस्त थे, इसलिए मैं उसके प्रतिनिधि के रूप में आया था."
उन्होंने कहा कि मैं मंत्री जी के सहयोगी हूं और उनकी मदद करने के लिए ऐसा कर रहा हूं. वो आज कल व्यस्त हैं, इसलिए सभी जगहों पर मैं जा रहा हूं. संतोष सहनी की कुछ तस्वीरें भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जहां वे सरकारी कार्यक्रमों में शिरकत करते दिख रहे हैं.
वहीं मंत्री मुकेश सहनी ने अपनी सफाई में कहा, "मैं विधानसभा सत्र के कारण कार्यक्रम में शामिल नहीं हो सका. मेरे भाई ने पार्टी अध्यक्ष के रूप में भाग लिया लेकिन उन्हें भेजने का कोई इरादा नहीं था. वह इसलिए गए थे क्योंकि पार्टी अध्यक्ष के लिए उपस्थित होना महत्वपूर्ण है. मुझे यकीन है कि यह फिर से नहीं होगा."