मुंबई: 2019 लोकसभा चुनाव (Loksabha Election 2019) में शिवसेना-बिजेपी (Shivsena-BJP) के बीच गठबंधन को लेकर दोनों पार्टी के नेताओं की तरफ से बयान बाजी थमने का नाम नहीं ले रही है. एक तरफ जहां शिवसेना का कहना है कि वह लाचार होकर गठबंधन नहीं करेगी. वहीं बीजेपी की तरफ से सीएम देवेंद्र फडणवीस (CM Devendra Fadnavis) ने एक दिन पहले बयान दिया था कि सहयोगी पार्टी के साथ गठबन्धन को लेकर बीजेपी उतावली नहीं है. सम्मान के साथ गठबंधन हुआ तो ठीक है नहीं तो महाराष्ट्र में उनकी पार्टी अकेले ही चुनाव लड़ेगी. शिवसेना की तरफ से गठबंधन को लेकर जो खबर मिल रही है उसके मुताबिक महाराष्ट्र में शिवसेना- बीजेपी के साथ बिहार के मॉडल पर गठबंधन करना चाहती है.
शिवसेना के कुछ सांसदों का कहना है कि उनकी पार्टी आगामी लोकसभा चुनाव में बिहार के मॉडल पर गठबंधन करके चुनाव लड़ना चाहती है. ऐसा इसलिए क्योंकि बिहार में नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू 2014 में मात्र दो सीटों पर उसे जीत मिली थी. जबकि बीजेपी 22 सीटों पर चुनाव जीती थी. इसके बाद भी बीजेपी को नीतीश कुमार के जीद के आगे झुकाना पड़ा. क्योंकि नीतीश कुमार ने साफ शब्दों में बीजेपी से कहा था कि वह बिहार में बीजेपी के साथ इसी शर्त पर गठबंधन करेगी. जब गठबंधन बराबर- बराबर सीट पर होगा. जो बीजेपी को नीतीशकुमार के इस जीद के आगे झुकाना पड़ा और जेडीयू को बराबर- बराबर का सीट देना पड़ा. यह भी पढ़े: देवेंद्र फडणवीस को शिवसेना से गठबंधन की उम्मीद, कहा- हिंदुत्व के लिए दोनों का साथ आना जरुरी
गठबंधन को लेकर शिसेना के नेताओं का कहना है कि महाराष्ट्र में कुछ इसी तरह की डील करना चाहती है. ऐसे में महाराष्ट्र के कुल 48 लोकसभा सीटों में शिवसेना इस बार 50 -50 के फार्मूले पर 24- 24 सीट पर चुनाव लड़ना चाहती है. बता दें कि वर्ष 2014 में शिवसेना 22 और बीजेपी 26 सीटों पर चुनाव लड़ी थी. जिसमे शिवसेना को 18 सीटों पर जीत हासिल हुई थी वहीं, बीजेपी को 23 सीट मिली थी.