Bihar: गिरिराज सिंह के विवादित 'बांस से मारो' वाले बयान पर बिहार की सियासत गर्म, सीएम नीतीश कुमार ने दी प्रतिक्रिया
सीएम नीतीश कुमार से गिरिराज सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, उन्होंने (गिरिराज) जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है वह सही नहीं है. पिटाई की बात करना उचित नहीं है. नीतीश कुमार ने कहा कि उनके बयान पर मैं क्या बोल सकता हूं, आप उन्हीं से पूछें.
पटना: केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह (Giriraj Singh) के बयान पर बिहार में सियासत गर्म हो गई है. गिरिराज सिंह ने शनिवार को अपने लोकसभा क्षेत्र बेगूसराय (Begusarai) के लोगों को सुझाया कि अगर कोई अधिकारी उनकी बात नहीं सुनता है तो उसे बांस से मारिए. उनके इस बयान पर बिहार में बवाल मचा हुआ है. विपक्ष के नेता इस बयान को लेकर बीजेपी और सीएम नीतीश कुमार पर हमला बोल रहे हैं. केंद्रीय मंत्री के बयान पर RJD ने उन्हें सनकी तक बता दिया. पूरे मामले में अब बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish kumar) ने कहा है कि पिटाई की बात करना कहीं से उचित नहीं है.
सीएम नीतीश कुमार से गिरिराज सिंह के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, उन्होंने (गिरिराज) जिन शब्दों का इस्तेमाल किया है वह सही नहीं है. पिटाई की बात करना उचित नहीं है. नीतीश कुमार ने कहा कि उनके बयान पर मैं क्या बोल सकता हूं, आप उन्हीं से पूछें. केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह का विवादित बयान, राहुल गांधी की सोच को बताया छोटी.
बता दें कि मत्स्य पालन, पशुपालन और डेयरी विभाग के मंत्री गिरिराज सिंह ने कहा था कि उन्हें अकसर शिकायत मिलती है कि अधिकारी जनता की शिकायतों पर कान नहीं धरते हैं. सिंह ने कहा, "मैं उनसे कहना चाहता हूं कि इतनी छोटी बात के लिए मेरे पास क्यों आते हैं. सांसद, विधायक, गांव के मुखिया, डीएम, एसडीएम, बीडीओ.... इन सभी का कर्तव्य जनता की सेवा करना है. उन्होंने कहा, "अगर वे आपकी बात नहीं सुनते हैं तो दोनों हाथ से बांस उठाइए और उनके सिर पर दे मारिए.: उन्होंने कहा, 'अगर इससे भी काम नहीं होता है तो गिरिराज आपके साथ है.'
गिरिराज सिंह के इस बयान पर RJD नेता तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने भी भी निशाना साधा. उन्होंने ट्वीट किया, "केंद्रीय मंत्री गिरीराज सिंह जी कह रहे है कि बिहार में अराजकता फैली हुई है. अधिकारी किसी की भी नहीं सुनते. मुख्यमंत्री कमजोर है इसलिए बांस उठाकर जब मर्ज़ी अधिकारियों को पीटो. गलती उजागर करने वाले पत्रकारों पर नीतीश सरकार FIR लेकिन हिंसा फैलाने वालों मंत्रियों को पुरस्कृत करती है."