बिहार: राबड़ी देवी का नीतीश कुमार पर वार, कहा- सरकार के निक्कमेपन के चलते बाढ़ पीड़ित चूहा खाने को मजबूर
राबड़ी देवी ने ट्वीट कर लिखा, 'नीतीश जी, प्रवचन मत देना कि बुखार, लू, गर्मी और सुखाड़ की तरह बाढ़ में भी प्रकृति का दोष है. बचाव व राहत कार्य भी अगर प्रकृति ने ही करना है तो आप और आपके मंत्री क्या भजन-कीर्तन करने बैठे है? सरकार के निक्कमेपन के चलते बाढ़ पीड़ित चूहा खाने को मजबूर है. शर्म तो नहीं आ रही होगी?'
बिहार (Bihar) की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) ने बाढ़ (Floods) को लेकर नीतीश सरकार (Nitish Kumar) पर हमला बोला है. उन्होंने ट्वीट कर लिखा, 'नीतीश जी, प्रवचन मत देना कि बुखार, लू, गर्मी और सुखाड़ की तरह बाढ़ में भी प्रकृति का दोष है. बचाव व राहत कार्य भी अगर प्रकृति ने ही करना है तो आप और आपके मंत्री क्या भजन-कीर्तन करने बैठे है? सरकार के निक्कमेपन के चलते बाढ़ पीड़ित चूहा खाने को मजबूर है. शर्म तो नहीं आ रही होगी?' इससे पहले किए गए ट्वीट में राबड़ी देवी ने लिखा, 'नीतीश कुमार जी, अब तो जरा बता दीजिए? बाढ़ पीड़ितों का अनाज कौन खा गया? कहां-कहां तक घोटाला कीजिएगा? तटबंध निर्माण में घोटाला, रखरखाव में घोटाला, बचाव एवं राहत कार्यों में भ्रष्टाचार. कहीं तो पारदर्शिता बरतिए साहब.'
इससे पहले बिहार विधानमंडल के मॉनसून सत्र के दौरान सोमवार को राबड़ी देवी ने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा था कि उन्हें बाढ़ का सर्वेक्षण सड़क मार्ग से करना चाहिए ना कि हवाई यात्रा करनी चाहिए. उन्होंने सरकार पर तंज कसते हुए कहा कि बिहार में कभी चूहा शराब पी रहा है तो कभी तटबंध काट देता है. बता दें कि बिहार में अब तक 33 लोगों की मौत हो चुकी है और 16 जिलों में 25.71 लाख लोग प्रभावित हुए हैं. यह भी पढ़ें- बिहार में बाढ़ पर सियासत: तेजस्वी-राबड़ी ने नीतीश सरकार को घेरा, कहा- पहले हफ्ते ही खुल गई सरकारी दावों की कलई
बिहार में राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की करीब 19 टीमों को तैनात किया गया है. केन्द्र ने राज्य सरकार को हरसंभव मदद का भरोसा दिया है. अधिकारियों के अनुसार, नेपाल के जलक्षेत्रों में असामान्य मूसलाधार वर्षा और उसके बाद नदियों में बड़े पैमाने पर पानी छोड़े जाने के कारण बिहार में बाढ़ आई है.
भाषा इनपुट