नई दिल्ली. बिहार (Bihar) में चमकी बुखार से हो रही मौतों पर नीतीश सरकार (Nitish Govt) की फजीहत हो रही है. बावजूद इसके सूबे की सरकार गंभीर नजर नहीं आ रही है. इसी कड़ी में डिप्टी सीएम सुशील मोदी (Sushil Modi) से जब चमकी बुखार को लेकर सवाल पूछे गए तो वह टाल गए. आपको बता दें कि सुशील मोदी (Sushil Modi) बार-बार कहते रहे कि यह प्रेस कॉन्फ्रेंस बैंकिंग कमेटी पर है, न की चमकी बुखार पर, दूसरे सवालों के लिए अगल से प्रेस कॉन्फ्रेंस (Press Conference) का आयोजन किया तब उसका जवाब दिया जाएगा.
ज्ञात हो कि बिहार में ‘चमकी’ बुखार से मरने वाले बच्चों की संख्या बढ़कर 137 हो गई है. केवल मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल और केजरीवाल अस्पताल में मरने वाले बच्चों की संख्या देखें तो यह 112 तक पहुंच चुकी है. यह भी पढ़े-बिहार में नहीं थम रहा मौत का सिलसिला, चमकी बुखार से मुजफ्फरपुर में अब तक 100 मासूमों की गई जान
#WATCH Bihar Deputy Chief Minister Sushil Modi during a press conference refuses to answer journalists' questions on deaths of children due to Acute Encephalitis Syndrome (AES) in Muzaffarpur; says, "I already told you this press conference is about banking committees" pic.twitter.com/dn4moNfJSC
— ANI (@ANI) June 19, 2019
इसी कड़ी में बुधवार को मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में बच्चों की हो रही मौत पर सवाल पूछा गया तो सुशील मोदी (Sushil Modi) ने कहा, 'मैंने पहले आपको बता दिया था, ये बैंकर समिति की बैठक है और ये प्रेस कॉन्फ्रेंस सिर्फ इसी विषय के लिए आयोजित की गई है. बैंक से जुड़े मुद्दे पर अगर आप पूछेंगे तो जवाब मिल पाएगा.'
दूसरी तरफ कल बिहार (Bihar) के सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) स्थित श्रीकृष्ण सिंह मेडिकल कॉलेज पहुंचे थे. जहां उन्हें नाराज लोगों का विरोध भी झेलना पड़ा था. नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने निर्देश देते हुए कहा कि इस अस्पताल की क्षमता बढ़ाएं और यहां 2500 बिस्तर की व्यवस्था सुनिश्चित करें और तत्काल 1500 बेड का प्रबंध किया जाए.