बिहार: सुशील मोदी का पलटवार, कहा- राबड़ी देवी मेरी अघोषित संपत्ति का सबूत दें
सुशील मोदी और राबड़ी देवी (Photo Credits: ANI/IANS)

बिहार (Bihar) की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी (Rabri Devi) द्वारा उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) की संपत्ति की जांच कराने की मांग पर पलटवार करते हुए शनिवार को कहा कि घोषित के अलावा उनकी कोई भी संपत्ति साबित हुई तो वह संपत्ति लालू परिवार (Lalu Family) के नाम करने को तैयार हैं. उपमुख्यमंत्री ने कहा कि उनका पुत्र अगर पटना (Patna) में मॉल बन रहा है तो वह यहां रहकर उसकी देखभाल करता न कि बेंगलुरू में किसी प्राइवेट कम्पनी की नौकरी करता. उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, "अगर मेरे बेटे के नाम की समरूपता की वजह से कोई प्रॉपर्टी मेरी है तो क्या तेज प्रताप, तेजस्वी, चंदा, रागिनी नाम से जितने भी उद्योग, प्रतिष्ठान हैं, उन सभी पर लालू-राबड़ी परिवार अपना दावा करेगा?"

मोदी ने शनिवार को एक बयान जारी कर कहा, "तथाकथित किसी मॉल से मेरा या मेरे परिवार के किसी का कोई संबंध नहीं है. अपनी संपत्ति का ब्यौरा मैं चुनाव आयोग और प्रत्येक वर्ष मंत्रिपरिषद में घोषित करता हूं, इसके अतिरिक्त मेरी कोई भी संपति राबड़ी देवी साबित कर दें तो वह संपति मैं उनके परिवार के नाम से लिखने के लिए तैयार हूं." यह भी पढ़ें- बिहार: राबड़ी देवी का हमला, कहा- नीतीश सरकार में हुए 36 घोटाले, CM और डिप्टी सीएम की संपत्ति की हो जांच

मोदी ने राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवार पर निशाना साधते हुए कहा, "आखिर लालू परिवार 141 भूखंड के अलावा 30 से अधिक फ्लैट एवं आधे दर्जन मकानों के मालिक कैसे बन गया? मात्र 29 साल की उम्र में तेजस्वी यादव 52 और तेज प्रताप यादव 28 से ज्यादा संपति के मालिक कैसे बन गए? चारा घोटाले के चार-चार मामलों में सजायाफ्ता लालू प्रसाद ने क्या संपति हथियाने के लिए आधा दर्जन से ज्यादा मुखौटा कंपनियों का इस्तेमाल कर राबर्ट वाड्रा को भी मात नहीं दे दिया?"

इससे पहले राबड़ी देवी ने सुशील मोदी की संपत्ति जांच कराने की मांग की थी. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, "बिहार में भ्रष्टाचार को लेकर मुख्यमंत्री का जीरो टॉलरेंस की नीति है. अगर उन्हें मेरी संपत्ति को लेकर संदेह है तो उन्हें जांच करानी चाहिए." वहीं, राबड़ी देवी ने कहा, "सुशील मोदी कभी मंत्री बनते हैं तो कभी उपमुख्यमंत्री बनते हैं. उनकी संपत्ति 15 साल में बढ़कर चौगुनी हो गई है. जब सुशील मोदी कहते हैं कि उनके पास अवैध संपत्ति नहीं है तो वे जांच के नाम से डरकर क्यों भाग रहे हैं. हमलोगों के खिलाफ भी जांच हो रही है, लेकिन हम भाग नहीं रहे हैं." उन्होंने आरोप लगाया था कि लोदीपुर में सुशील मोदी के बेटे के नाम पर संपत्ति है. वहां चर्च की जमीन पर बड़ा मॉल बन रहा है. वहां उनके बेटे के नाम का बोर्ड भी लगा हुआ है.