पटना: बिहार में जातीय जनगणना (Bihar Caste Census) को लेकर जारी सियासत अब तेज होती दिख रही है. जातीय जनगणना को लेकर बिहार में JDU और बीजेपी के बीच सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है. मामले में नेताओं के बयान से सियासत गर्माती जा रही है. अब उपेंद्र कुशवाहा इस मसले पर मैदान में कूद चुके हैं. बीजेपी पर निशाना साधते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा है कि बीजेपी की वजह से जातीय जनगणना में देरी हो रही है. JDU नेता ने कहा कि बीजेपी की वजह से सर्वदलीय बैठक नहीं हो पा रही है और जातीय जनगणना को लेकर कोई भी फैसला नहीं हो पा रहा है. तेजस्वी यादव का तंज कहा- देश में चर्चा बुलडोजर और लाउडस्पीकर पर की जा रही है, बेरोजगारी और महंगाई नहीं.
उपेंद्र कुशवाहा के बयान पर बीजेपी का कहना है कि वे बिल्कुल गलत बात कर रहे हैं. बीजेपी प्रवक्ता राम सागर सिंह ने उपेंद्र पर हमला करते हुए कहा कि लगता है उपेंद्र कुशवाहा नीतीश कुमार के बयान को ठीक से सुनते नहीं हैं. खुद नीतीश कुमार ने कहा है कि जातिगत जनगणना के मामले पर काम चल रहा है.
इससे पहले बीजेपी कोटे से कृषि मंत्री अमरेंद्र प्रताप सिंह ने सीधे तौर पर कहा था कि तेजस्वी यादव के इशारे पर बिहार सरकार नहीं चलेगी. जातीय जनगणना पर बीजेपी नेता ने कहा 10 साल तक मनमोहन सिंह की सरकार में तेजस्वी के पिता लालू प्रसाद यादव मुख्य भूमिका में थे. उस वक्त जातीय जनगणना की जरुरत नहीं थी क्या? उस वक़्त यह मांग क्यों नहीं की गई?
बता दें कि जातीय जनगणना को लेकर आरजेडी नेता तेजस्वी यादव केंद्र सरकार और बीजेपी को घेरने में लगे हुए हैं. इसको लेकर उन्होंने पटना से दिल्ली तक पैदल यात्रा करने का भी ऐलान किया था.
दरअसल बिहार में जातिगत जनगणना के मुद्दे पर बिहार की सियासत गर्म है. इस मुद्दे पर सियासत तब और अधिक गर्मा गई जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और नेता विपक्ष तेजस्वी यादव ने पिछले दिनों बंद कमरे में एक घंटे तक मुलाकात की थी. बैठक के बाद तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा था कि मुख्यमंत्री ने भरोसा दिलाया है कि जातिगत जनगणना के मुद्दे पर काम हो रहा है और यह कराया जाएगा.