पटना: बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों को लेकर लेकर जनता दल यूनाइटेड (JDU) की तरफ से मंगलवार को पार्टी के नेताओं की बैठक एक बुलाई गई थी. बैठक में रणनीतिकार और जद (यू) के वरिष्ठ नेता प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) नहीं दिखे. ऐसे में यह बात उठने लगी कि पीके सीएम नीतीश कुमार (Nitish Kumar) के साथ हैं या नहीं. जिस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बीजेपी नेता अमित शाह के कहने पर प्रशांत किशोर को पार्टी में लिया था. अब जिसे जहां जाना है, जा सकता है. उनके इस बयान के बाद प्रशांत किशोर ने ट्वीट कर नीतीश कुमार को जवाब दिया है.
प्रशांत ने ट्वीट कर कहा कि आप मुझे पार्टी में क्यों और कैसे लाए, इस पर इतना गिरा हुआ झूठ बोल रहे हैं. यह आपकी बेहद खराब कोशिश है, मुझे अपने रंग में रंगने की. आगे उन्होंने कहा कि अगर आप सच बोल रहे हैं तो कौन यह भरोसा करेगा कि अभी भी आपमें इतनी हिम्मत है कि अमित शाह द्वारा भेजे गए आदमी की बात न सुनें? यह भी पढ़े: बिहार: नीतीश कुमार और ‘पीके’ के बीच दूरी बढ़ने के कयास, JDU में अकेले पड़े प्रशांत किशोर
.@NitishKumar what a fall for you to lie about how and why you made me join JDU!! Poor attempt on your part to try and make my colour same as yours!
And if you are telling the truth who would believe that you still have courage not to listen to someone recommended by @AmitShah?
— Prashant Kishor (@PrashantKishor) January 28, 2020
दरअसल बैठक खत्म होने के बाद मीडिया ने जब प्रशांत किशोर के बारे में सवाल किया कि वे बैठक में शामिल नहीं हुए. इस पर नीतीश कुमार ने जवाब देते हुए कहा कि "जिसे जहां जाना है जाए. हमारे यहां ट्वीट के कोई मतलब नहीं हैं. जिसे ट्वीट करना है करे. हमारी पार्टी में बड़े और बुद्धिजीवी लोगों की जगह नहीं है. मुझे पता चला है कि प्रशांत किशोर आम आदमी पार्टी के लिए रणनीति बना रहे हैं. ऐसे में अब उन्हीं से पूछना चाहिए कि वह उनकी पार्टी में रहना चाहते हैं या नहीं. (इनपुट आईएएनएस)