Bihar Assembly Election 2020: कांग्रेस ने केंद्र पर फिर साधा निशाना, कहा-बिहार के युवा को बीजेपी ने रोजगार के सपने दिखा कर ठगा
बिहार विधानसभा चुनाव 2020 के मद्देनजर पहले चरण का मतदान खत्म हो गया है. लेकिन जैसे-जैसे दुसरे चरण के मतदान की तारीख नजदीक आ रही है वैसे ही सूबे का सियासी पारा और भी चढ़ रहा है. राज्य के इस चुनाव में सीधा मुकाबला आरजेडी-कांग्रेस बनाम जेडीयू-बीजेपी गठबंधन है. कांग्रेस लगातार नीतीश कुमार और केंद्र पर हमलावर है. इसी बीच कांग्रेस ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने कहा कि बिहार के युवा को बीजेपी ने रोजगार के सपने दिखा कर ठगा था.
नई दिल्ली, 30 अक्टूबर. बिहार विधानसभा चुनाव 2020 (Bihar Assembly Election 2020) के मद्देनजर पहले चरण का मतदान खत्म हो गया है. लेकिन जैसे-जैसे दुसरे चरण के मतदान की तारीख नजदीक आ रही है वैसे ही सूबे का सियासी पारा और भी चढ़ रहा है. राज्य के इस चुनाव में सीधा मुकाबला आरजेडी-कांग्रेस (RJD-Congress) बनाम जेडीयू-बीजेपी (JDU-BJP) गठबंधन है. कांग्रेस लगातार नीतीश कुमार (Nitish Kumar) और केंद्र पर हमलावर है. इसी बीच कांग्रेस ने एक बार फिर केंद्र की मोदी सरकार (Modi Gov) पर निशाना साधा है. कांग्रेस ने कहा कि बिहार के युवा को बीजेपी ने रोजगार के सपने दिखा कर ठगा था. दुसरे चरण के लिए मतदान 3 नवंबर को होने वाला है.
कांग्रेस ने आधिकारिक ट्विटर अकाउंट से ट्वीट करते हुए लिखा कि बिहार के युवा को बीजेपी ने रोजगार के सपने दिखा कर ठगा था. लेकिन आज बिहार का युवा बेरोजगार है. 15 साल सरकार चलाने के बाद बिहार के युवा को बिहार में रोजगार क्यों नहीं मिलता? इससे पहले कांग्रेस ने एक अन्य ट्वीट में कहा कि जदयू-भाजपा ने 15 साल के अपने घोटाला राज में बिहार को लूटा है. हर तरफ भ्रष्टाचार को बढ़ा कर बिहार को विकास के मामलों में पीछे धकेल दिया है. इस बार बिहार बदलाव लाने को तैयार है. यह भी पढ़ें-Bihar Assembly Election 2020: तेजस्वी यादव का केंद्र पर निशाना, कहा-प्याज ने शतक लगा दिया, बीजेपी वालों के लिए पहले महंगाई डायन थी, अब भौजाई है
ANI का ट्वीट-
वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस का कहना है कि तेजस्वी यादव और राहुल गांधी ने बिहार के युवाओं के साथ मिलकर एक एजेंडा सेट किया है. जिससे राज्य की मौजूदा सरकार चिंता में आ गई है. साथ ही कांग्रेस का कहना है कि तेजस्वी के परिवार पर बोलने के अलावा नीतीश कुमार और प्रधानमंत्री मोदी के बिहार के लिए कहने को कुछ नहीं है.