बिहार विधानसभा चुनाव की तारीखों के ऐलान से नेताओं के रूठने और मानाने का दौरा शुरू हो गया था. लेकिन जैसे ही सीटों का बंटवारा हुआ तो पार्टी छोड़ने का सिलसिला चल पड़ा है. इसी कड़ी में लोक जनशक्ति पार्टी (Lok Janshakti Party) को बड़ा झटका लगा है. दरअसल लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) के प्रदेश उपाध्यक्ष और कद्दावर नेता सुनील पांडेय (MLA Sunil Pandey) ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है. सुनील पांडेय भोजपुर से चार बार विधायक रह चुके हैं. सुनील पांडेय का जाना LJP को अब तक का सबसे बड़ा झटका माना जा रहा है. LJP को छोड़ने के बाद सुनील पांडे ने तरारी से निर्दलीय चुनाव लड़ेंगे. वहीं, आज अपना नामंकन फाइल कर सकते हैं.
बता दें कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) से अलग होने के बाद चिराग पासवान ने कहा था कि उनकी पार्टी 143 सीटों पर उम्मीदवारों को मैदान में उतारेगी. उनकी पार्टी के नेता बीजेपी के खिलाफ नहीं खड़े होंगे. जिसके बाद अब एनडीए में तरारी की सीट बीजेपी के खाते में चली गई है. जिसके बाद अब LJP अपने उम्मीदवार वहां से नहीं उतारेगी. जिसके कारण सुनील पांडेय ने पार्टी को छोड़कर निर्दलीय मैदान में उतरने का निर्णय लिया है. बिहार में पहले चरण के चुनाव के लिए नामांकन की अंतिम तारीख कल ही है. यह भी पढ़ें:- Bihar Assembly Election 2020: बीजेपी को दूसरा झटका, उषा विद्यार्थी एलजेपी में शामिल.
बिहार के बाहुबली नेता नरेंद्र पांडेय यानी की सुनील पांडेय को राज्य का बच्चा-बच्चा जानता है. उनकी गिनती राज्य के दबंग नेताओं में होती. सुनील पांडेय भोजपुर से चार बार विधायक रह चुके हैं. पांडेय जी का निर्दलीय उतरना बीजेपी के समीकरण को बिगाड़ सकता हैं. गौरतलब हो कि पिछले दो दिनों में बीजेपी के दो नेता LJP ज्वाइन कर चुके हैं.