बिहार में स्वास्थ्य मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस में सोते नजर आने पर बोले अश्विनी चौबे- मैं सो नहीं रहा था, मनन-चिंतन कर रहा था, देखें Video

अश्विनी कुमार चौबे ने रविवार को मुजफ्फरपुर में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान झपकी लेने पर सफाई दी है. अश्विनी चौबे से सोमवार को जब इस पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नहीं ऐसी बात नहीं है, मैं मनन-चिंतन भी करता हूं.

अश्विनी कुमार चौबे ने दी सफाई (Photp Credits: Twitter?ANI)

केंद्रीय स्वास्थ्य राज्यमंत्री और बिहार (Bihar) के बक्सर लोकसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी (BJP) के सांसद अश्विनी कुमार चौबे (Ashwini Kumar Choubey) ने रविवार को मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Dr. Harsh Vardhan) के प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान झपकी लेने पर सफाई दी है. अश्विनी चौबे से सोमवार को जब इस पर सवाल पूछा गया तो उन्होंने कहा कि नहीं ऐसी बात नहीं है, मैं मनन-चिंतन भी करता हूं. मालूम हो कि बिहार के मुजफ्फरपुर (Muzaffarpur) जिले में चमकी बुखार यानी एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) सहित अन्य अज्ञात बीमारी से अब तक 100 बच्चों की मौत हो चुकी है. उधर, डॉ. हर्षवर्धन के साथ अश्विनी चौबे और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय हालात का जायजा लेने रविवार को मुजफ्फरपुर के श्रीकृष्ण सिंह मेडिकल कॉलेज अस्पताल (SKMCH) पहुंचे थे.

एसकेएमसीएच का दौरा करने के बाद डॉ. हर्षवर्धन प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे और इस दौरान अश्विनी चौबे सोते हुए नजर आए थे. इसका वीडियो सोशल मीडिया पर काफी वायरल हुआ था. वहीं, विपक्ष ने भी इसे लेकर अश्विनी चौबे पर हमला बोला था. राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने अपने ऑफिशियल ट्विटर हैंडल से ट्वीट किया था, '200 बच्चों की जान जाने के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री की प्रेस कॉन्फ्रेंस हो रही है. केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे उसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में सो रहे हैं. बिहार सरकार के मंत्री भी जम्हाई ले रहे. जाने इनकी मानवीय संवेदना कहां मर गई? सीएम तो गहरी निद्रा में है ही?' यह भी पढ़ें- बिहार में 'चमकी बुखार' से दम तोड़ रहे बच्चों को लेकर तेजप्रताप यादव ने नीतीश कुमार पर साधा निशाना, कहा- सुशासन बाबू अब भी आप सो रहे हैं

देखें वीडियो-

उधर, मुजफ्फरपुर जिले की एक अदालत में सोमवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन व बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के खिलाफ एक मामला दायर किया गया. इन पर एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम (AES) से बीते पखवाड़े में लापरवाही बरतने की वजह से 82 बच्चों की मौत का आरोप लगाया गया है. सामाजिक कार्यकर्ता तमन्ना हाशमी ने मुजफ्फरपुर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट (CJM) की अदालत में सोमवार को मामला दायर किया.

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