Bandh in Punjab and Haryana: कृषि बिल को लेकर पंजाब और हरियाणा 25 सितंबर को बंद, सरकार ने फैसले को वापस नहीं लिया तो BKU का भी रहेगा समर्थन
कृषि बिल का सबसे ज्यादा किसी राज्य में विरोध हो रहा है तो वह पंजाब और हरियाणा है. इन दोनों राज्यों में इस बिल के विरोध में में 25 सितंबर को बंद का आव्हान किया गया है. जिसे भारतीय किसान यूनियन (BKU) की तरफ से समर्थन दिया गया है .
नई दिल्ली: मोदी सरकार (Modi Govt) ने आज कृषि से जुड़े दो बिल को राज्य सभा में विपक्ष के विरोध के बाद भी पास करवाया लिया. लेकिन इस बिल का विरोध लोकसभा में पास होने के बाद से ही विरोध हो ही रहा था. लेकिन रविवार को अंतिम रूप से कृषि से जुड़े दोनों विधेयक राज्यसभा में पास होने के बाद लोगों का विरोध बढ़ गया है. इस बिल का सबसे ज्यादा किसी राज्य में विरोध हो रहा है तो वह पंजाब और हरियाणा है. इन दोनों राज्यों में इस बिल के विरोध में में 25 सितंबर को बंद का आव्हान किया गया है. इस बिल को यदि सरकार वापस नहीं लेती हैं तो भारतीय किसान यूनियन (BKU) का भी बंद को लेकर समर्थन रहेगा.
इस बिल के विरोध में ही रविवार को भारतीय किसान यूनियन के लोगों ने सड़कों पर उतर कर विरोध प्रदर्शन किया. उनकी मांग है कि सरकार इस बिल को वापस ले. यदि सरकार इस बिल को वापस नहीं लेती है तो 25 सितंबर को पंजाब और हरियाणा के बंद में भारतीय किसान यूनियन का भी समर्थन रहेगा. वहीं भारतीय किसान यूनियन की तरफ से कहा गया है कि बंद के दो दिन बाद 27 सिंतबर को दिल्ली में एक मीटिंग बुलाई गई है. जिसमें सरकार के विरोध में मोर्चा प्रदर्शन को लेकर आगे की रणनीति बनेगी. यह भी पढ़े: Farm Bill 2020: कृषि बिलों के विरोध में पंजाब और हरियाणा में किसानो का प्रदर्शन जारी
बता दें कि विपक्ष के विरोध के बाद भी राज्यसभा में कृषि से जुड़े दोनों विधेयक कृषक उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण) विधेयक 2020 और कृषक (सशक्तीकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक 2020 रविवार को राज्यसभा में पास हो गया. हालांकि सदन में विपक्ष की हर कोशिश रही है कि इस यह विधेयक पा न अहो लेकिन सरकार के पास सदन में बहुमत होने के बाद यह विधेयक पास हुआ.