बाबा सिद्दीकी की हत्या ने महाराष्ट्र की राजनीति और पुलिस प्रशासन पर कई सवाल खड़े कर दिए हैं. शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने इस हत्याकांड के बाद राज्य सरकार पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की कार्यप्रणाली पर शक गहराता जा रहा है. उन्होंने कहा, “बाबा सिद्दीकी के हत्यारों की गिरफ्तारी हो या रेप आरोपी अक्षय शिंदे के एनकाउंटर का मामला, हर कदम पर सरकार की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं.”
उद्धव ठाकरे का यह बयान तब आया है जब राजनीतिक और प्रशासनिक हलकों में चर्चा तेज है कि क्या सरकार जनता की सुरक्षा के प्रति वाकई गंभीर है या केवल विपक्ष के नेताओं पर नज़र रखी जा रही है. ठाकरे ने यह भी कहा, “हमें नहीं पता कि गिरफ्तार किए गए लोग असली अपराधी हैं या नहीं. सरकार हमारी हर गतिविधि पर नज़र रख रही है, लेकिन अपराधियों पर नहीं.”
Baba Siddique Murder | Shiv Sena (UBT) chief Uddhav Thackeray says, " Whether it is the arrest of accused in Baba Siddique's murder or encounter of Akshay Shinde (rape accused). Suspicions are being raised on every act of this govt and this is not a good thing. We are not sure… pic.twitter.com/bVqbU2XzG8
— ANI (@ANI) October 13, 2024
बाबा सिद्दीकी की हत्या: क्यों बना यह मामला इतना संवेदनशील?
बाबा सिद्दीकी, जो कभी कांग्रेस और अब एनसीपी का हिस्सा थे, अपनी राजनीतिक और सामाजिक रसूख के लिए मशहूर थे. वह मुंबई की राजनीति में तीन बार विधायक रहे और अपनी इफ्तार पार्टियों के लिए विशेष रूप से जाने जाते थे, जहां बॉलीवुड और राजनीति की तमाम बड़ी हस्तियां शामिल होती थीं. उनकी हत्या 12 अक्टूबर की रात उस समय हुई, जब वह अपने बेटे, विधायक जीशान सिद्दीकी के ऑफिस के बाहर जश्न मना रहे थे.
इस सनसनीखेज हत्याकांड ने पूरे राज्य में हलचल मचा दी है. पुलिस ने कुछ संदिग्धों को गिरफ्तार किया है, लेकिन ठाकरे का बयान इस दिशा में संदेह पैदा करता है कि क्या सही लोगों को पकड़ा गया है या यह केवल सरकार की छवि बचाने की कोशिश है.