BTC Election Results Today: असम बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल चुनाव के वोटों की गिनती शुरू, आज आएगा परिणाम
असम में बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (BTC) चुनाव का परिणाम आज परिणाम आएगा. वोटो की काउंटिंग सुबह 8 बजे शुरू हो गई है. असम में बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल चुनाव के लिए दो चरणों के चुनाव के लिए मतदान बैलेट के माध्यम से किया गया था. चुनाव का पहला चरण 7 दिसंबर को हुआ था जबकि दूसरा और अंतिम चरण 10 दिसंबर को आयोजित किया गया था. पहले चरण में लगभग 77 प्रतिशत मतदान हुआ था. जबकि दूसरे चरण में 78.8 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया था. जिसमें उदलगुरी और बाक्सा जिलों में आने वाले निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव सात दिसंबर को हुआ था. जबकि कोकराझार और चिरांग जिलों में पड़ने वाली सीटों पर 10 दिसंबर को चुनाव संपन्न हुआ था.
असम में बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (BTC) चुनाव का परिणाम आज परिणाम आएगा. वोटो की काउंटिंग सुबह 8 बजे शुरू हो गई है. असम में बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल चुनाव के लिए दो चरणों के चुनाव के लिए मतदान बैलेट के माध्यम से किया गया था. चुनाव का पहला चरण 7 दिसंबर को हुआ था जबकि दूसरा और अंतिम चरण 10 दिसंबर को आयोजित किया गया था. पहले चरण में लगभग 77 प्रतिशत मतदान हुआ था. जबकि दूसरे चरण में 78.8 प्रतिशत मतदाताओं ने मतदान किया था. जिसमें उदलगुरी और बाक्सा जिलों में आने वाले निर्वाचन क्षेत्रों में चुनाव सात दिसंबर को हुआ था. जबकि कोकराझार और चिरांग जिलों में पड़ने वाली सीटों पर 10 दिसंबर को चुनाव संपन्न हुआ था.
बता दें कि परिषद के लिये 72 उम्मीदवार मैदान में हैं. दो चरणों में कुल 23,87,422 मतदाताओं ने स्थानीय परिषद के लिए अपने प्रतिनिधियों का चुनाव करने के लिए अपने मताधिकार का प्रयोग किया. 27 अप्रैल को परिषद का कार्यकाल खत्म होने के बाद फिलहाल राज्यपाल जगदीश मुखी की देखरेख में यह काम कर रही है. बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल का यह चुनाव इस साल के शुरू में किए गए बोडो समझौते के आधार पर करवाए गए हैं.
गौरतलब हो कि इससे पहले, 40-सदस्यीय बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल के लिए चुनाव 4 अप्रैल को होने वाला था, लेकिन इसे कोरोनोवायरस महामारी और उसके बाद के राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन के मद्देनजर अनिश्चित काल के लिए स्थगित कर दिया गया था. चुनाव लड़ने वाले प्रमुख दलों में बीजेपी, उसके सहयोगी हाग्रामा मोहिलरी के नेतृत्व वाले बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (BPF) और कांग्रेस-एआईयूडीएफ गठबंधन शामिल हैं. जबकि बीपीएफ अपने 15 वर्षीय बीटीसी शासन को बनाए रखने की मांग कर रहा है, भाजपा क्षेत्रीय पार्टी को अलग करने के लिए तैयार है. बीजेपी और बीपीएफ असम सरकार में गठबंधन सहयोगी हैं लेकिन दोनों के बीच दरार की खबरों के बीच बीटीसी चुनावों में दोनों अकेले पड़ गए हैं.