नई दिल्ली: नरेंद्र मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली दोबारा किसी भी मंत्रालय का कार्यभार नहीं लेंगे. अरुण जेटली ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखा कहा कि नई सरकार में मंत्री नहीं बनेंगे. अरुण जेटली ने अपने तबियत का हवाला देते हुए पत्र लिखा है. पत्र में लिखा है कि मेरी सेहत पिछले कुछ समय से खराब है और डॉक्टरों ने आराम करने की सलाह दी है.
पेशे से वकील रहे अरुण जेटली मोदी सरकार के अति महत्वपूर्ण मंत्री रहे हैं और कई बार सरकार के मुख्य संकट मोचक की भूमिका निभा चुके हैं. वित्त मंत्री के रूप में उन्होंने संसद में अनेक आर्थिक विधेयक पारित कराए जिनमें वस्तु एवं सेवाकर (GST) प्रमुख है. मोदी सरकार के प्रमुख रणनीतिकार माने जाने वाले जेटली ने इस बार खराब सेहत की वजह से लोकसभा चुनाव भी नहीं लड़ा
Arun Jaitley writes to Prime Minister Narendra Modi-"I am writing to you to formally request you that I should be allowed a reasonable time for myself, my treatment and my health, and, therefore, not be a part of any responsibility, for the present, in the new Government." pic.twitter.com/ZaeYQH5jrG
— ANI (@ANI) May 29, 2019
गौरतलब हो कि अरुण जेटली ने नई सरकार द्वारा पेश किये जाने वाले 2019-20 के पूर्ण बजट को लेकर शुक्रवार को वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के साथ अपने घर पर बैठक की है. हालांकि जेटली ने शुक्रवार को हुई मंत्रिमंडल की बैठक में भी भाग नहीं लिया जिसमें सोलहवीं लोकसभा को भंग करने की सिफारिश की गई थी. इससे पहले खबरें आई थीं कि खराब सेहत की वजह से वित्त मंत्री अरुण जेटली के नई सरकार में मंत्री बनने की संभावना नहीं लगती. किडनी संबंधी बीमारी से ग्रसित जेटली का पिछले साल मई में किडनी प्रतिरोपण हुआ था.