CAA Protest: पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की गतिविधियों की जानकारी उत्तर प्रदेश सरकार ने गृह मंत्रालय को दी, लग सकता है बैन!

नागरिकता कानून 2019 को लेकर देश में विरोध शुरू है. पूर्वोतर से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन भारत के अन्य राज्यों तक पहुंच गया है. उत्तर प्रदेश में भी सीएए के विरोध में हिंसक प्रदर्शन सामने आया है. यूपी में हिंसक प्रदर्शन में पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) पर आरोप लगा. इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय का कहना है कि पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की गतिविधियां देश के कई राज्यों में जांच के दायरे में हैं.

गृह मंत्रालय (Photo Credits: ANI)

नई दिल्ली. नागरिकता कानून 2019 (Citizenship Amendment Act) को लेकर देश में विरोध शुरू है. पूर्वोतर से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन भारत के अन्य राज्यों तक पहुंच गया है. उत्तर प्रदेश में भी सीएए के विरोध में हिंसक प्रदर्शन सामने आया है. यूपी में हिंसक प्रदर्शन में पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (Popular Front of India) पर आरोप लगा. इसी बीच केंद्रीय गृह मंत्रालय का कहना है कि पापुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) की गतिविधियां देश के कई राज्यों में जांच के दायरे में हैं.

रिपोर्ट के अनुसार पीएफआई की गतिविधियों को लेकर देश के कई राज्यों ने गृह मंत्रालय को जानकारी दी है. इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, असम और केरल का समावेश है. गौर हो कि देश के कई हिस्सों में पिछले दिनों सीएए 2019 को लेकर हिंसा की घटनाएं सामने आयी थी. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने कई जगह पुलिस वालों पर पत्थरबाजी और आगजनी की घटना को अंजाम दिया था. यह भी पढ़े-उत्तर प्रदेश: डीजीपी ओपी सिंह का दावा, पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के खिलाफ पुख्ता सबूत, अब तक 25 सदस्य गिरफ्तार

PFI की गतिविधियों की जानकारी यूपी सरकार ने गृह मंत्रालय को दी-

गौरतलब है कि यूपी पुलिस ने 1 जनवरी को पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के 25 सदस्यों को गिरफ्तार किया था. इस पुरे मसले पर यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने शुक्रवार को मीडिया से बातचीत करते हुए बताया कि हमने जिन 25 लोगों को गिरफ्तार किया है उनके खिलाफ हमारे पर्याप्त सबूत है. सूबे में हुई हिंसा की घटनाओं में पीएफआई का रोल सामने आया है.

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