एसपी सांसद आजम खान के पक्ष में आज अखिलेश यादव करेंगे रामपुर का दौरा, डीएम ने कार्यक्रम में किया बदलाव
समाजवादी पार्टी के सांसद आजम खान का समर्थन करने के लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज(शुक्रवार को) रामपुर पहुंचेंगे. हालांकि अखिलेश के कार्यक्रम में अब रामपुर जिला प्रशासन ने बदलाव कर दिया है. जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने इसके पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला दिया है. पहले अखिलेश आजम खान के हमसफर रिजॉर्ट में ठहरने वाले थे.
लखनऊ : समाजवादी पार्टी (Samajwadi Party) के सांसद आजम खान (Azam Khan) का समर्थन करने के लिए सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव आज(शुक्रवार को) रामपुर पहुंचेंगे. हालांकि अखिलेश के कार्यक्रम में अब रामपुर जिला प्रशासन ने बदलाव कर दिया है. जिलाधिकारी आंजनेय कुमार सिंह ने इसके पीछे सुरक्षा कारणों का हवाला दिया है.
उन्होंने बताया कि अखिलेश यादव को पीडब्लूडी के वीआईपी गेस्ट हाऊस में ठहराया जा सकता है, क्योंकि हमसफर रिजॉर्ट की बिजली व पानी का कनेक्शन काटा जा चुका है. पहले अखिलेश आजम खान के हमसफर रिजॉर्ट में ठहरने वाले थे.
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रामपुर में रुकने के दौरान अखिलेश हर उस संस्थान का दौरा करेंगे, जिसे प्रशासन ने अवैध करार कर दिया है. सपा के मुख्य प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने बताया कि अखिलेश यादव 13, 14 व 15 सितंबर को बरेली व रामपुर के दौरे पर होंगे और विभिन्न कार्यक्रमों में भाग लेंगे.
अखिलेश 13 सितंबर को बरेली पहुंचेंगे, जहां वह पूर्व विधायक स्वर्गीय सियाराम सागर के घर जाकर उन्हें श्रद्घांजलि अर्पित करेंगे और उनके परिवार से मिलेंगे. अखिलेश बरेली से शाम चार बजे रामपुर जाएंगे और कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करेंगे.
14 सितंबर को अखिलेश रामपुर स्थित हमसफर रिजार्ट में धर्मगुरुओं, नगरपालिका अध्यक्षों, अधिवक्ताओं व महिला प्रतिनिधि मंडलों से भेंट करेंगे. इसके बाद अखिलेश जौहर विश्वविद्यालय जाएंगे और फिर आजम खान से उनके घर जाकर मुलाकत करेंगे. बताया गया कि कुछ अन्य कार्यक्रमों में भाग लेने के बाद अखिलेश बरेली लौट जाएंगे. वह 15 सितंबर को बरेली से लखनऊ वापसी करेंगे.
ज्ञात हो कि सपा के संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने पिछले दिनों प्रेस कांफ्रेंस कर आजम के समर्थन में सपा कार्यकर्ताओं को आंदोलन करने को कहा था. इसके बाद अखिलेश ने 9 और 10 सितंबर को रामपुर का कार्यक्रम तय किया था, लेकिन जिला प्रशासन ने मोहर्रम और गणेश चतुर्थी का हवाला देकर उस समय न आने का अनुरोध किया था, जिसके बाद अखिलेश ने नई तारीख तय की.