Telangana: अकबरुद्दीन ओवैसी बनें तेलंगाना के प्रोटेम स्पीकर, टी राजा सिंह बोले- जब तक जिंदा हूं उनके सामने शपथ नहीं लूंगा
(Photo : X)

हैदराबाद, 8 दिसंबर: तेलंगाना की राज्यपाल तमिलिसाई सौंदर्यराजन ने शुक्रवार को ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) विधायक अकबरुद्दीन ओवैसी को नवनिर्वाचित विधानसभा का प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया. वह शनिवार सुबह 11 बजे विधानसभा सत्र शुरू होने से पहले राजभवन में प्रोटेम स्पीकर के रूप में शपथ लेंगे और नवनिर्वाचित विधायकों को शपथ दिलाएंगे.

राज्यपाल द्वारा जारी एक अधिसूचना के अनुसार, संविधान के अनुच्छेद 178 के तहत अध्यक्ष चुने जाने तक ओवैसी अध्यक्ष के कर्तव्यों का पालन करेंगे. विधानसभा के सबसे वरिष्ठ सदस्य होने के नाते एआईएमआईएम विधायक को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है. World's Most Popular Leader PM Modi: पीएम मोदी बने दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता, 6 नंबर पर इटली की मेलोनी, देखें पूरी लिस्ट

बीजेपी नेता टी राजा सिंह ने जताया विरोध

ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करने को लेकर बवाल खड़ा हो गया है. बीजेपी नेता टी राजा सिंह ने अकबरुद्दीन ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाए जाने पर विरोध किया है और ऐलानिया अंदाज में कहा है कि, वह उनके सामने शपथ नहीं लेंगे.

राजा सिंह ने कहा कि, कांग्रेस ने ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर बनाया है और हर विधायक अकबरुद्दीन के सामने शपथ लेगा, लेकिन मैं, राजा सिंह जब तक जीवित हूं शपथ नहीं लूंगा. 2018 में भी AIMIM के एक विधायक को प्रोटेम स्पीकर बनाया था, उस समय भी मैंने शपथ नहीं ली थी. अब मैं सीएम रेवंत रेड्डी से सवाल करता हूं कि क्या आप बीआरएस की तरह काम करना चाहते हैं.

हाल ही में संपन्न विधानसभा चुनावों में, अकबरुद्दीन ओवैसी लगातार छठी बार हैदराबाद के चंद्रयानगुट्टा निर्वाचन क्षेत्र से चुने गए. 2018 में मुमताज अहमद खान के बाद यह दूसरी बार है, जब एआईएमआईएम के किसी विधायक को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त किया गया है.

इस बीच बीजेपी विधायक टी. राजा सिंह ने कहा कि वह कभी भी ओवैसी के सामने शपथ नहीं लेंगे. उन्होंने कहा कि 2018 की तरह वह पहले दिन शपथ नहीं लेंगे और पूर्णकालिक अध्यक्ष की नियुक्ति का इंतजार करेंगे. राजा सिंह ने यह भी दावा किया कि बीजेपी का कोई भी विधायक ओवैसी से शपथ नहीं लेगा.

उन्होंने आरोप लगाया कि ओवैसी को प्रोटेम स्पीकर नियुक्त करके कांग्रेस सरकार अल्पसंख्यकों को खुश करने के लिए बीआरएस के नक्शेकदम पर चल रही है. 119 सदस्यीय विधानसभा में भाजपा के आठ सदस्य हैं.

30 नवंबर के चुनाव में कांग्रेस ने 64 सीटें जीतकर बीआरएस से सत्ता छीन ली. गद्दाम प्रसाद कुमार के अध्यक्ष बनने की घोषणा पहले हो चुकी है. एक दलित नेता कुमार विकाराबाद (एससी) सीट से चुने गए थे.