मुंबई: महाराष्ट्र में भारतीय जनता पार्टी (BJP) के साथ एनसीपी नेता अजित पवार (Ajit Pawar) को जाने पर तीन दिन से सियासी पारा गर्म था कि अब एनसीपी का क्या होगा. इस बीच वे मीडिया से बात करने से बचते रहे. लेकिन मंगलवार को उनके द्वारा उपमुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद बुधवार को वे पहली बार मीडिया के सामने आये. उन्होंने मीडया से बात करते हुए कहा कि मै पहले ही कह चुका हूं कि मैं राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) में था और हूं. बात दें कि महाराष्ट्र गठन को लेकर विधानसभा में निर्वाचित विधायकों को शपथ दिलवाई जा रही है. जहां वे शपथ ग्रहण करने के लिए पहुंचे थे और मीडिया के बातचीत में यह बयान दिया.
बात दें कि महाराष्ट्र में 12 नवंबर को राष्ट्रपति शासन लगने के बाद शिवसेना, कांग्रेस-एनसीपी की मदद से राज्य में सरकार बनाना चाहती थी. जिसको लेकर उनके चाचा शरद पवार कई दौर की बैठकें की. जिसमें तय हुआ कि राज्य में तीनों पार्टियां मिलकर सरकार बनाएगी और राज्य की कमान शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे को देकर उन्हें मुख्यमंत्री बनाया जाएगा. यह बात लगभग तय होने के बाद 23 नंवबर को सरकार बनाने को लेकर दावा पेश किया जाने वाला था. लेकिन अजित पवार विधायक दल का नेता होने के नाते सभी विधायकों का समर्थन बीजेपी को देते हुए राज्यपाल के सामने समर्थन पत्र सौंप दिया. जिसके बाद राज्यपाल 23 तारीख की सुबह राष्ट्रपति शासन खत्म कर देवेंद्र फडणवीस को मुख्यमंत्री तो अजित पवार को उपमुख्यमंत्री की शपथ दिलवाई. यह भी पढ़े: बीजेपी ने क्यों लिया अजित पवार का साथ? जानें पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस का जवाब
Ajit Pawar: I have already said that I was with NCP and I am with NCP. Have they expelled me? Have you heard or read this anywhere? I am still with NCP pic.twitter.com/LChXrfEPkI
— ANI (@ANI) November 27, 2019
राज्यपाल के इस फैसले के खिलाफ शिवसेना, कांग्रेस- एनसीपी सुप्रीम कोर्ट पहुंची. इस बीच अजित पवार को एनसीपी के नेताओं द्वारा मनाने का सिलसिला जारी रहा. मंगलवार को महाराष्ट्र की राजनीति तब और गरमा गई जब सुप्रीम कोर्ट ने फ्लोर टेस्ट कराने को लेकर बुधवार को आदेश दिया. इस बीच अजित पवार को मनाने का सिलसिला जारी रहा. कहा जा रहा है शरद पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले के मुलाक़ात के बाद भतीजे एनसीपी में वापस आने को लेकर राजी हो गए और दोपहर बाद उपमुख्यमंत्री से इस्तीफा दे दिया. जिसके कुछ समय बाद देवेंद्र फडणवीस भी एक प्रेस कांफ्रेंस कर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया.