दक्षिण भारत में टूट सकता है बीजेपी का सपना, AIADMK ने अकेले चुनाव लड़ने के दिए संकेत
अमित शाह (Photo Credits: PTI)

नई दिल्ली: साल 2014 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी ने सभी को चौंकाते हुए दिल्ली का तख़्त हासिल किया था. पार्टी ने कांग्रेस के विरोध में चल रही सत्ता विरोधी लहर को जमकर भुनाया और नरेंद्र मोदी पीएम की गद्दी पर काबिज हुए. सरकार के 5 साल के कार्यकाल को ख़त्म होने में महज कुछ महीने ही बचे हैं. देश में इस समय 2019 आम चुनावों को लेकर सरगर्मियां तेज हैं. इस बार क्षेत्रीय दलों की भूमिका बेहद अहम मानी जा रही है, ऐसे में कांग्रेस और बीजेपी दोनों ही इन्हें लुभाने की कोशिश में जुटी हैं.

तमिलनाडु में भी दो क्षेत्रीय दल DMK और AIADMK काफी मजबूत हैं. DMK ने कांग्रेस को समर्थन देने की बात कही हैं. बीजेपी को उम्मीद थी कि AIADMK के साथ उनका गठबंधन होगा मगर ऐसा होता नजर नहीं आ रहा हैं. पार्टी के वरिष्ठ नेता एम थंबीदुरई ने कहा है कि उनकी पार्टी बीजेपी को तमिलनाडु में अपने कंधे पर लेकर नहीं चलेगी. उन्होंने यह भी कहा कि हमारा फोकस AIADMK को मजबूत करने पर है.

वैसे, जयललिता के निधन के पश्चात एआईएडीएमके दो धडों में बट गई हैं. इसके कारण जनता के बीच उनकी पकड़ कमजोर होती जा रही हैं. वहीं दूसरी ओर कांग्रेस ने डीएमके से गठबंधन कर लिया हैं और ऐसा माना जा रहा हैं कि इन आम चुनावों में स्टालिन की पार्टी अच्छा प्रदर्शन कर सकती हैं.