कांग्रेस पार्टी ने स्पष्ट तौर पर उन दावों को खारिज किया है कि वह पूरी तरह से नागरिकता (संशोधन) अधिनियम (सीएए) का विरोध कर रही है, लेकिन कहा कि उसे सिर्फ संशोधन अधिनियम में एक संप्रदाय को छोड़ने को लेकर आपत्ति है. पार्टी के वरिष्ठ प्रवक्ता अभिषेक सिंघवी ने रविवार को कहा कि कांग्रेस हिंदुओं को नागरिकता देने का विरोध नहीं कर रही है. सिंघवी ने कहा, "कांग्रेस एक ऐसी पार्टी है जो हमेशा हिंदुओं और अन्य समुदायों को नागरिकता देने का स्वागत और समर्थन करती है. हमारा विरोध इसलिए है कि एक विशेष समुदाय को नागरिकता क्यों नहीं दी जानी चाहिए-एक राजनीतिक दल के तौर पर यह मेरा सवाल है."
उन्होंने इस मुद्दे पर लोगों को गुमराह करने के लिए केंद्र पर निशाना साधा. सिंघवी ने कहा, "इस सवाल को पूरे देश का नागरिक समाज लगातार पूछ रहा है, जिसका जवाब सरकार नहीं दे रही है, जो भ्रामक बयान दे रही है. इसमें श्रीलंका, नेपाल व म्यांमार के हिंदुओं की उपेक्षा की जा रही है." सिंघवी ने कहा कि सरकार का मकसद साफ है.
उन्होंने कहा, "यह सिर्फ राजनीतिक फायदे के लिए समाज को बांटने की कोशिश कर रही है." कांग्रेस नेता ने सीएए का विरोध करने वाले राज्यों का भी बचाव किया.