Red Fort Blast Investigation: लाल किले के पास धमाके की जांच में मिला बड़ा सुराग.. दिल्ली पुलिस ने दर्ज की नई FIR, डॉक्टर मॉड्यूल पर शिकंजा कसा
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Red Fort Blast Investigation: दिल्ली के लाल किले के पास हुई कार ब्लास्ट की जांच लगातार गहराती जा रही है. दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने इस मामले में एक और FIR दर्ज करते हुए बड़ी साजिश का शक जताया है. इससे पहले दर्ज UAPA केस को NIA को सौंप दिया गया था, जबकि नई FIR में क्रिमिनल कॉन्सपिरेसी की धाराएं लगाकर तैयारी की जा रही है कि जल्द कुछ अहम गिरफ्तारियां हो सकती हैं.

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CCTV फुटेज से हिला रेड फोर्ट मेट्रो

जांच एजेंसियों को जो नए CCTV फुटेज मिले हैं, उन्होंने कई सवाल खड़े कर दिए हैं. वीडियो में रेड फोर्ट मेट्रो स्टेशन के अंडरग्राउंड हिस्से में जोरदार कंपन महसूस होते दिख रहा है. धमाके के झटके से एक ठेले पर रखा सामान हिलने लगता है और लोग घबराकर भागते नजर आते हैं. एक्सपर्ट अभी भी यह पता लगाने में जुटे हैं कि धमाके में किस तरह के विस्फोटक का इस्तेमाल हुआ, हालांकि पुलिस का मानना है कि उमर उन नबी ने मिलिट्री ग्रेड एक्सप्लोसिव का इस्तेमाल किया होगा.

धमाके की हर हरकत खंगाल रही पुलिस

CCTV में यह भी दिखा कि उमर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर एक ढाबे के पास रुका, लेकिन किसी से बातचीत नहीं की. यहां तक कि उसने खाने के बजाय कार में ही थोड़ा आराम किया. ब्लास्ट वाले दिन वह वजीरपुर की एक छोटी दुकान पर 15 मिनट चाय पीता रहा, लेकिन किसी से बात नहीं की. पुलिस इन मूवमेंट्स की टाइमलाइन तैयार कर रही है.

दो डॉक्टरों से पूछताछ, कई गिरफ्तारियां

हरियाणा के नूंह जिले में जांच का दायरा लगातार बढ़ रहा है. गुरुवार रात दो डॉक्टरों को पूछताछ के लिए उठाया गया. एक डॉक्टर चीन से MBBS कर चुका है और अल-फलाह यूनिवर्सिटी में इंटर्नशिप की थी. उसके मोबाइल से कई संदिग्ध नंबर मिले हैं और बताया जा रहा है कि वह कुछ संदिग्ध लोगों से संपर्क में था. पिछले हफ्ते नूंह से तीन MBBS डॉक्टर, एक खाद विक्रेता और एक इमाम को हिरासत में लिया गया है.

‘डॉक्टर मॉड्यूल’ की कम्युनिकेशन टेक्निक पर शक

एजेंसियों को शक है कि इस मॉड्यूल के सदस्य ड्राफ्ट ईमेल सिस्टम से कम्युनिकेशन करते थे, जिसमें कोई मेल भेजा नहीं जाता. सभी सदस्य एक ही अकाउंट में लॉगिन कर ड्राफ्ट पढ़ते और डिलीट कर देते थे. इसके अलावा Threema ऐप का इस्तेमाल भी किया गया, जो बिना मोबाइल नंबर या ईमेल के चलता है. इस बात की भी संभावना है कि उन्होंने एक निजी सर्वर बनाकर लोकेशन और मैप साझा किए.