भोपाल, 8 नवंबर. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के निवाड़ी जिले (Niwari District) के सेतपूरा गांव में बोरवेल में फंसे तीन साल के मासूम बच्चे प्रह्लाद को बाहर तो निकाल लिया गया है लेकिन अस्पताल ले जाने के बाद डॉक्टरों से उसे मृत घोषित कर दिया. जानकारी के लिए बताना चाहते हैं कि बोरवेल में फंसे तीन साल के बच्चे को बचाने के लिए 90 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन प्रशासन की तरफ से चलाया गया. बच्चे की मौत पर सूबे के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) ने दुख जताया है. साथ ही 5 लाख रुपये के मुआवजे की जानकारी भी दी.
मध्य प्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मुझे अत्यंत दुख है कि निवाड़ी के सैतपुरा गांव में अपने खेत के बोरवेल में गिरे मासूम प्रहलाद को 90 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी बचा नहीं पाए. एसडीआरएफ, एनडीआरएफ,अन्य विशेषज्ञों की टीम ने दिन-रात मेहनत की लेकिन अंत में आज सुबह 3:00 बजे बेटे का मृत शरीर निकाला गया. यह भी पढ़ें-Madhya Pradesh: बोरवेल में गिरे 3 साल के बच्चे को निकालने का अभियान अभी भी जारी, 60 फुट तक की गई खुदाई
मुझे अत्यंत दुःख है कि निवाड़ी के सैतपुरा गांव में अपने खेत के बोरवेल में गिरे मासूम प्रहलाद को 90 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद भी बचा नहीं पाए। SDRF, NDRF,अन्य विशेषज्ञों की टीम ने दिन-रात मेहनत की लेकिन अंत में आज सुबह 3:00 बजे बेटे का मृत शरीर निकाला गया: मध्य प्रदेश CM pic.twitter.com/EIVhK7ZAJf
— ANI_HindiNews (@AHindinews) November 8, 2020
शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि सरकार द्वारा प्रहलाद (तीन वर्षीय) के परिवार को 5 लाख रुपये का मुआवज़ा दिया जा रहा है और उनके खेत में एक नया बोरवेल भी बनाया जाएगा.
वहीं इससे पहले बीती रात 11 बजे एनडीआरएफ की टीम ने खुदाई रोक दी थी. जिसके बाद झांसी से एक्सपर्ट की टीम आयी थी. उनके द्वारा मैग्नेटिक अलाइनमेंट के माध्यम से सुरंग की दिशा तय करने के बाद फिर से खुदाई शुरू हुई थी. बच्चे को रात तीन बजे बोरवेल से बाहर निकाला गया आयर अस्पताल ले जाया गया. जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.