Jammu and Kashmir Polls: जम्मू कश्मीर में 23 सरकारी अधिकारी निलंबित, आचार संहिता के उल्लंघन का आरोप
जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले 23 सरकारी कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि 6 अनुबंध और अस्थायी कर्मचारियों की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई हैं.
Jammu and Kashmir Polls: जम्मू कश्मीर विधानसभा चुनाव के दौरान आचार संहिता का उल्लंघन करने वाले 23 सरकारी कर्मचारियों को निलंबित कर दिया गया है, जबकि 6 अनुबंध और अस्थायी कर्मचारियों की सेवाएं भी समाप्त कर दी गई हैं. इसके अलावा 20 कर्मचारियों का तबादला भी किया गया है. इन कर्मचारियों पर अपने पदों का दुरुपयोग कर राजनीतिक दलों की मदद करने का आरोप था. इन्हें तत्काल प्रभाव से उनके मौजूदा कार्यालयों से हटाकर दूसरी तहसीलों या जिलों में भेज दिया गया है. यह कार्रवाई मुख्य चुनाव अधिकारी (CEO) पी.के. पोले के आदेश के बाद की गई है.
मुख्य चुनाव अधिकारी ने कहा, 'कुछ सरकारी कर्मचारी चुनाव प्रचार और राजनीतिक गतिविधियों में भाग ले रहे थे. ऐसे में आचार संहिता (MCC) का उल्लंघन करने के आरोप में 23 अधिकारियों को निलंबित कर दिया गया है.''
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इससे पहले विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण में 21 सरकारी कर्मचारियों को निलंबित किया गया था और 5 अस्थायी कर्मचारियों की सेवाएं समाप्त की गई थीं. बता दें, तीसरे और अंतिम चरण के लिए प्रचार रविवार शाम को समाप्त हो गया. इस चरण में जम्मू क्षेत्र के 4 और कश्मीर के 3 जिलों की 40 विधानसभा सीटों के लिए 1 अक्टूबर को मतदान होना है. इस चरण में कई बड़े राजनीतिक चेहरे चुनावी मैदान में हैं, जिनमें कांग्रेस के पूर्व उपमुख्यमंत्री तारा चंद और पीडीपी के वरिष्ठ नेता मुजफ्फर बेग शामिल हैं.
सभी पार्टियां अनुच्छेद 370, आतंकवाद, पाकिस्तान और आरक्षण जैसे मुद्दों पर एक-दूसरे पर जोर-शोर से हमला कर रही हैं. मुख्य चुनाव अधिकारी ने लोगों से बिना किसी डर के मतदान करने और आचार संहिता का पालन करने में चुनाव आयोग का सहयोग करने की अपील की है.