नई दिल्ली: रुपये में पिछले कुछ दिन से लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. जो भारत सरकार के लिए एक चिंता का विषय बनाता जा रहा है. खबरों की माने तो गिरते रुपए पर कैसे रोक लगाया जाय पीएम मोदी इस हफ्ते के अंत में इकनॉमिक रिव्यू मीटिंग बुला सकतें हैं. इस बैठक के बारे में कहा जा रहा है कि सरकार इस दौरान तेल के बढ़ते कीमतों को कम करने के लिए भी कोई उपाय जरुर निकाल सकती है. यह भी पढ़े: आज फिर बढ़े पेट्रोल-डीजल के दाम, शिवसेना ने पोस्टर के जरिये मोदी सरकार को घेरा..जानिए आपके शहर में क्या है दाम
बता दें कि कि चालू खाता घाटा बढ़ने और अमेरिका एंव चीन के बीच पिछले कुछ दिन से बढ़ते व्यापार को लेकर जो युद्ध चल रहा है. उसकी वजह से रुपए में लगातार दबाव बना हुआ है. यही वजह है चालू वित्त वर्ष में भारत का चालू खाता घाटा साल के उच्च्तम स्तर 15.8 अरब डॅालर तक पहुंच गया. वहीं आज सुबह बाजार खुलने के साथ ही रुपया रेकॉर्ड लो 72.90 पर पहुंच गया था.
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वहीं गिरते रुपए को लेकर आर्थिक मामलों के सचिव सुभाष चंद्र गर्ग ने ट्वीट करते हुए कहा देश में रुपए में देखी जा रहे गिरावट को रोकने के लिए सरकार और RBI हर संभव कोशिश कर रही हैं.
No fundamental rationale for rupee to depreciate to levels we saw till yesterday. It reflected overreaction of market operators. Government and RBI will do everything to ensure that rupee does not slide to unreasonable levels. Today’s correction seems to reflect that realisation.
— Subhash Chandra Garg (@SecretaryDEA) September 12, 2018
बताना चाहेंगे कि इस वर्ष रुपया बारह प्रतिशत से अधिक गिर चुका है. और इस वजह से एशिया में यह सबसे खराब प्रदर्शन करने वाली मु्द्रा बना था. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो इसके पहले कहा गया था कि भारत सरकार RBI के साथ मिलकर NRI के लिए डिपॉजिट स्कीम का ऐलान करेगी. जिसके बाद मुद्रा का विदेशी प्रवाह और बढ़ जाएगा और रुपए में सुधार हो जाएगा.