छत्तीसगढ़ के सुकमा जिले में नक्सलियों से मुठभेड़ में 17 जवान शहीद हो गए हैं. इस हमले में तकरीबन 14 जवान घायल हो गए. इस मुठभेड़ ने एक बार फिर से देश को झकझोर के रख दिया. नक्सलियों के साथ हुई मुठभेड़ में 12 जवान डीआरजी और पांच एसटीएफ के जवान इस मुठभेड़ में शहीद हुए हैं. सुकमा जिले के एलमागुड़ा में नक्सली गतिविधियों की सूचना के बाद चिंतागुफा, बुरकपाल और तिमेलवाड़ा से डीआरजी, एसटीएफ और सीआपीएफ के कोबरा बटालियन के छह सौ जवानों को रवाना किया गया था. तभी जंगल में घात लगाए बैठे नक्सलियों ने सुरक्षा जवानों पर हमला बोल दिया। दोनों ओर से गोलीबारी का दौर शनिवार की रात तक जारी रहा. इसी दौरान 17 जवान लापता हो गए थे.ब जिसके बाद दूसरे दिन उनका शव बरामद हुआ.
पीएम मोदी ने कहा कि सुकमा में हुए हमले की कड़ी नींदा करता हूं, उन्होंने शहीदों के बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता है. मैं शहीदों के परिजनों के साथ इस दुख के खड़ी में शामिल हूं, मैं प्रार्थना करता हूं घायल हुए जवान जल्दी से ठीक हो जाएं. वहीं इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने रविवार को संवाददाताओं से चर्चा करते हुए, 17 जवानों के लापता होने की पुष्टि की थी. बाद में इन सभी जवानों की शहादत की पुष्टि हुई.
पीएम मोदी ने ट्वीट कर कहा:-
Strongly condemn the Maoist attack in Sukma, Chhattisgarh. My tributes to the security personnel martyred in the attack. Their valour will never be forgotten. Condolences to the bereaved families. I pray for a quick recovery of those injured.
— Narendra Modi (@narendramodi) March 22, 2020
भूपेश बघेल ने कहा कि सुरक्षा बलों ने नक्सलियों के हमले का जवाब दिया. सूत्रों से पता चला है कि नक्स्ली बड़े पैमाने पर आधुनिक हथियार भी लूट कर ले गए हैं.वहीं मुठभेड़ में घायल हुए 14 जवानों का रायपुर के अस्पताल में इलाज जारी है. इनमें से दो की हाल गंभीर बनी हुई है. इन घायलों को देखने मुख्यमंत्री बघेल रामकृष्ण केयर अस्पताल पहुंचे.