पीएम मोदी आज करेंगे 'प्रधानमंत्री किसान योजना' की शुरुआत, किसानों के खाते में आएंगे 2-2 हजार रुपये
पीएम मोदी (Photo Credit-PTI)

पीएम नरेंद्र मोदी (PM Modi) रविवार 24 फरवरी को 'प्रधानमंत्री किसान योजना' की शुरुआत करेंगे. इस योजना के तहत दो हेक्टेयर से कम भूमि वाले किसानों को पहली किश्त के दो हजार रुपये दिए जाएंगे. किसानों को साल तीन किश्त के जरिए 6 हजार रुपये दिए जाएंगे. ये राशि बैंकों से सीधे उनके खातों में पहुंचाई जाएगी. पीएम मोदी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से किसानों के खातों में राशि ट्रांसफर कर इस योजना की शुरुआत करेंगे. इस मौके पर वह किसानों के साथ मन की बात भी करेंगे. रविवार को पीएम किसान योजना के लॉन्‍च के साथ एक करोड़ से ज्यादा लाभार्थी किसानों के खाते में 2000 रुपये की पहली किश्त ट्रांसफर कर दी जाएगी.

इस योजना की शुरुआत करने से पहले पीएम मोदी ने शनिवार को एक ट्वीट किया. उन्होंने कहा कि कल (रविवार) का दिन ऐतिहासिक है. 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना' की शुरुआत गोरखपुर से होगी. यह एक ऐसी योजना है जो भारत के उन करोड़ों मेहनती किसानों की आकांक्षाओं को पंख देगी जो हमारे देश का भरण पोषण करते हैं. यह भी पढ़ें- Kumbh Mela 2019: रविवार को प्रयागराज कुंभ मेले में पहुंचेंगे पीएम मोदी, संगम में लगाएंगे आस्था की डुबकी

बता दें कि मोदी सरकार ने अंतरिम बजट में किसानों को लेकर बड़ा फैसला लिया था. सरकार ने किसानों के लिए 'प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना' की घोषणा की थी. इस योजना के तहत देश के 12 करोड़ किसानों को उनकी फसल के लिए सालाना 6 हजार रुपये दी जाएगी. यह धनराशि बैंकों से सीधे उनके खातों में पहुंचाई जाएगी. इस कार्यक्रम के लिए एक करोड़ किसानों के खाते में 2000 रुपये पहुंचाने के लिए दिन-रात काम हो रहा है. केंद्र सरकार ने किसानों को इस योजना का फायदा लेने के लिए राज्य सरकारों से पीएम किसान पोर्टल पर किसानों की जानकारी उपलब्ध कराने के लिए कहा था.

इसके साथ ही पीएम मोदी गोरखपुर में कई बड़ी योजनाओं की शुरुआत करेंगे. 1100 करोड़ रुपये की लागत से निर्माणाधीन एम्स में बनने वाले ओपीडी, गोरखपुर-आजमगढ़ एक्सप्रेस वे का शुभारंभ करेंगे. इसके अलावा प्रधानमंत्री गोरखपुर मेडिकल कॉलेज में 69.87 करोड़ रुपये की लागत से बने सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, मेडिकल कॉलेज में ही 10.77 करोड़ की लागत से निर्मित हॉस्टल, 200 कैदियों को रखने की क्षमता वाली बैरकों, 386.73 करोड़ रुपये की लागत से पुनरुद्धार पिपराइच चीनी मिल और 410 करोड़ रुपये से पुन: संचालन योग्य बनायी गयी मुंडेरवा चीनी मिल की परियोजनाओं का भी लोकार्पण करेंगे.