नई दिल्ली: सोमवार को पीएम मोदी ने ईज ऑफ डूइंग बिजनस से संबंधित एक कार्यक्रम में देश को विश्वबैंक की कारोबार सुगमता रैंकिंग में टॉप 50 देशों की लिस्ट में पहुंचाने का लक्ष्य दिया. पीएम ने कहा हमारा देश टॉप 50 में जगह बनाने से कुछ ही दूर है. पीएम मोदी ने कहा कि ईज ऑफ डूइंग बिजनस की रैकिंग में सुधार से लोगों के जीवन स्तर में भी सुधार आएगा. पीएम ने कहा सरकार के स्तर पर नीतिगत अपंगता का दौर खत्म हो चुका है. उनकी सरकार ने नीति आधारित शासन दिया है, जिससे विश्व बैंक की 190 देशों की कारोबार सुगमता रैंकिंग में भारत 142वें से स्थान से ऊपर चढ़कर इस साल 77वें स्थान पर पहुंच गया है.
देश के प्रमुख उद्योगपतियों और नीति निर्माताओं के साथ हुई इस बैठक में पीएम ने जिलास्तर पर ईज ऑफ डूइंग बिजनस में सुधार पर जोर दिया. पीएम ने कहा कि चार साल में देश इस रैंक पर 142 वें स्थान से उठकर 77वें नंबर पर आ गया है. बीते चार साल में देश की रैंक में 65 अंकों का उछाल आया है. उन्होंने कहा कि दक्षिण एशिया में भारत आज पहले नंबर पर है. पीएम ने कहा टॉप 50 देशों में पहुंचने का का लक्ष्य हासिल करने से हम महज कुछ कदम दूर हैं. केंद्र सरकार इस संबंध में राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रही है. यह भी पढ़ें- PM मोदी ने देश को समर्पित किया 135 किमी लंबा केएमपी एक्सप्रेस-वे, कांग्रेस पर जमकर बरसे
टॉप 50 देशो में पहुंचने के इस चैलेंज का मकसद आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस, बिग डेटा एनालिसिस और ब्लॉक चेन जैसी प्रौद्योगिकी पर आधारित इनोवेटिव विचार आमंत्रित करना है. इसके तहत तीन लाख रुपये, दो लाख रुपये और एक लाख रुपये के तीन पुरस्कार प्रदान किए जाएंगे. स्टार्ट अप इंडिया पोर्टल पर 19 नवंबर से एक जनवरी 2019 तक इस पर प्रविष्टियां भेजी जा सकेंगी. इसके बाद एक फरवरी 2019 को परिणाम घोषित किए जाएंगे.
कार्यक्रम को वित्त मंत्री अरुण जेटली ने भी संबोधित किया. जेटली ने कहा कि तमाम प्रयासों के बाद अब हमारे पास यह मानने के लिए वजह है कि हम टॉप-50 में पहुंच सकते हैं. इस कार्यक्रम में केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु, हर्षवर्धन हरदीप सिंह पुरी आदि भी मौजूद रहे.