ओटावा: मेड इन इंडिया कोविड-19 (COVID-19) वैक्सीन की खेप आज कनाडा (Canada) पहुंच गई. दरअसल यह कोरोना वैक्सीन भारत और कनाडा के मजबूत रिश्ते की अहम कड़ी मानी जा रहा है. कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों द्वारा किए जा रहे विरोध के समर्थन में कनाडाई पीएम जस्टिन ट्रूडो (Justin Trudeau) ने दिसंबर में एक बयान जारी किया था, जिस वजह से भारत और कनाडा के रिश्तों में खटास आ गई थी. हालांकि बीते महीने ट्रूडो ने कोरोना वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) के लिए प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) को फोन किया. जिसके बाद पीएम मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री को भरोसा दिलाया कि भारत कनाडा के वैक्सीनेशन प्रयासों में मदद करने की पूरी कोशिश करेगा. कोवैक्सीन की प्रभावशीलता संबंधी आंकड़े आने के बाद भाजपा ने साधा कांग्रेस पर निशाना
प्रधानमंत्री कार्यालय के एक आधिकारिक बयान में कहा गया है कि ट्रूडो ने मोदी को भारत से कोविड-19 वैक्सीन के लिए कनाडा की आवश्यकता के बारे में जानकारी दी. प्रधानमंत्री ने कनाडा के प्रधानमंत्री को आश्वस्त किया कि भारत कनाडा के वैक्सीनेशन प्रयासों का हरसंभव मदद करने की कोशिश करेगा जैसा कि उसने कई अन्य देशों के लिए किया है.
Made in India COVID-19 vaccines reach Canada pic.twitter.com/8qivY8wbGL
— ANI (@ANI) March 4, 2021
कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो ने भारत की सराहना करते हुए कहा था कि यदि दुनिया कोविड-19 के खिलाफ जंग को जीतने में कामयाब रही तो उसमें भारत की जबरदस्त फार्मास्युटिकल क्षमता और इस क्षमता को दुनिया के साथ साझा करने में प्रधानमंत्री मोदी का नेतृत्व महत्वपूर्ण होगा. प्रधानमंत्री मोदी ने कनाडा के प्रधानमंत्री ट्रूडो को उनकी इस भावना के लिए धन्यवाद दिया.
बयान के मुताबिक दोनों नेताओं ने कई महत्वपूर्ण भू-राजनीतिक मुद्दों पर भारत और कनाडा के समान रुख को भी दोहराया. दोनों नेताओं ने इस साल के अंत में विभिन्न महत्वपूर्ण अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर एक-दूसरे से मिलने और आपसी हित के सभी मुद्दों पर चर्चा जारी रखने के लिए उत्सुकता जताई.
बता दें कि कनाडा में वैक्सीन की उपलब्धता में कमी के कारण ट्रूडो को सार्वजनिक तौर पर खासी आलोचना झेलनी पड़ी. बीते महीने फाइजर और मॉडर्ना दोनों ने ही कनाडा के शिपमेंट में या तो देरी की या कटौती की. इसके चलते फरवरी के पहले सप्ताह तक कनाडा को केवल 11 लाख वैक्सीन डोज ही मिल सकी. हालांकि कुछ दिन पहले ही कनाडा ने फाइजर और मॉडेरना के बाद एस्ट्राजेनेका के वैक्सीन को मंजूरी दे दी. प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने दावा किया है कि 3.8 करोड़ आबादी वाले देश के पास मार्च के अंत तक कोविड-19 वैक्सीन के 65 लाख डोज उपलब्ध होंगे.