नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को चंद्रयान-3 के चंद्रमा की सतह पर सफलतापूर्वक उतरने के बाद देशवासियों, भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और वैज्ञानिक समुदाय को बधाई दी और कहा कि ‘भारत अब चंद्रमा पर है’ तथा यह सफलता पूरी मानवता की है. मिशन के सफल होने के तुरंत बाद प्रधानमंत्री ने इसरो के प्रमुख एस सोमनाथ को फोन किया और उन्हें व वैज्ञानिकों की पूरी टीम को बधाई दी. Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 की सफलता पर NASA ने दी ISRO को बधाई, कहा- इस मिशन में आपका भागीदार बनकर खुश हुई.
पीएम मोदी ने फोन पर कहा, '' सोमनाथ जी! आपका तो नाम सोमनाथ, और ये नाम चंद्र से जुड़ा हुआ है. इसीलिए आज आपके परिवार जन भी बहुत खुश होंगे. मेरी तरफ से आपको, आपकी टीम को बहुत-बहुत बधाई. सबको मेरी तरफ से अभिनंदन कह दीजिए. हो सके, उतना जल्द मैं आपको रू-ब-रू भी बधाई दूंगा.
देखें VIDEO
#NewsFlash | PM @narendramodi congratulated ISRO Chief S Somanath over the phone after the successful landing of #Chandrayaan 3#Chandrayaan3Landing #Chandrayaan3 #Chandrayaan3Mission #VikramLander #ISRO #ISROMissions pic.twitter.com/zgJ7veM460
— CNBC-TV18 (@CNBCTV18Live) August 23, 2023
इसरो ने बुधवार को अंतरिक्ष क्षेत्र में एक नया इतिहास रचते हुए चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर लैंडर ‘विक्रम’ और रोवर ‘प्रज्ञान’ से लैस एलएम की साफ्ट लैंडिग कराने में सफलता हासिल की. भारतीय समयानुसार शाम करीब छह बजकर चार मिनट पर इसने चांद की सतह को छुआ. इसके साथ ही भारत चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर साफ्ट लैंडिंग कराने वाला दुनिया का पहला देश तथा चांद की सतह पर साफ्ट लैंडिंग करने वाले चार देशों में शामिल हो गया है.
प्रधानमंत्री ने इस अवसर पर दुनिया को संबोधित करते हुए कहा कि भारत का सफल चंद्र मिशन केवल भारत का नहीं है बल्कि पूरी मानव जाति का है. पीएम मोदी ने कहा, '‘‘जब हम अपनी आंखों के सामने ऐसा इतिहास बनते हुए देखते हैं तो जीवन धन्य हो जाता है. ऐसी ऐतिहासिक घटनाएं राष्ट्रीय जीवन की चिरंजीव चेतना बन जाती है.’’
उन्होंने कहा, ‘‘यह पल अविस्मरणीय है, यह क्षण अभूतपूर्व है, यह क्षण विकसित भारत के शंखनाद का है. यह क्षण नए भारत के जयघोष का है. यह क्षण मुश्किलों के महासागर को पार करने का है. यह क्षण जीत के चंद्र पथ पर चलने का है. यह क्षण 140 करोड़ धड़कनों के सार्म्थय का है. यह क्षण भारत में नई ऊर्जा, नये विश्वास, नई चेतना का है. ये क्षण भारत के उदयमान भाग्य के आह्वान का है.’’