Sanatana Dharma Remark: बेटे के बचाव में आए सीएम एमके स्टालिन, कहा- तथ्यों को जाने बिना PM मोदी का उदयनिधि के खिलाफ टिप्पणी करना गलत

मिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए तथ्यों की ठीक से जांच किए बिना उदयनिधि स्टालिन के बयान पर टिप्पणी करना 'अनुचित' है

PM Modi and MK Stalin (Photo Credits Facebook)

Sanatana Dharma Remark: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने गुरुवार को कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए तथ्यों की ठीक से जांच किए बिना उदयनिधि स्टालिन के बयान पर टिप्पणी करना 'अनुचित' है. मुख्यमंत्री ने एक बयान में कहा कि उदयनिधि स्टालिन ने "सनातन धर्म में अमानवीय प्रथाओं" के बारे में कुछ टिप्पणी की थी, जिसके बारे में पहले भारतीय उपमहाद्वीप के थानथाई पेरियार, महात्मा गांधी, श्री नारायण गुरु, बाबा साहेब अम्बेडकर, वल्लालर और वैकुंठर जैसे महान समाज सुधारक भी कह चुके हैं।.

उन्होंने कहा कि इन समाज सुधारकों ने प्रतिगामी वर्णाश्रम-मनुवाद-सनातन विचारधाराओं के खिलाफ बात की थी जो किसी के जन्म के आधार पर भेदभाव और महिलाओं के उत्पीड़न को उचित ठहराते हैं. मुख्यमंत्री ने अपने बयान में कहा कि जब देश चंद्रमा पर चंद्रयान लॉन्च कर रहा था, तब भी कुछ लोग जातिगत भेदभाव कर रहे थे और महिलाओं के उत्पीड़न को कायम रखने के लिए 'सनातन' शब्द का इस्तेमाल कर रहे थे, जो मानव जाति का आधे से अधिक हिस्सा हैं. यह भी पढ़े: Sanatana Dharma Row: सनातन धर्म पर टिप्पणी को लेकर उदयनिधि स्टालिन की सफाई, कहा- अपने रुख पर कायम, लेकिन किसी धर्म के खिलाफ नहीं

उन्होंने कहा कि उदयनिधि स्टालिन ने केवल ऐसी दमनकारी विचारधाराओं के बारे में बात की थी और इन विचारधाराओं पर आधारित प्रथाओं को खत्म करने का आह्वान किया था. मुख्यमंत्री ने बयान में कहा कि भाजपा समर्थक ताकतें उदयनिधि स्टालिन के रुख को बर्दाश्त नहीं कर पाईं और उन्होंने झूठी कहानी फैला दी कि उन्होंने सनातन विचारों वाले लोगों के नरसंहार का आह्वान किया था.

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के पास उदयनिधि के बयान को सत्यापित करने के लिए सभी संसाधन हैं और फिर भी राष्ट्रीय मीडिया में यह बताया गया कि उन्होंने मंत्रिपरिषद की बैठक में कहा कि उदयनिधि को उचित जवाब देने की आवश्यकता है. स्टालिन ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री सनातन धर्म का हवाला देकर अपनी सरकार की विफलताओं से ध्यान भटकाने की कोशिश कर रहे हैं।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि ऐसा लगता है कि प्रधानमंत्री नये विपक्षी 'इंडिया' गुट से परेशान हो गये हैं. उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि भाजपा वास्तव में सनातन धर्म में प्रथाओं के बारे में चिंतित नहीं है, बल्कि विपक्ष के भीतर विभाजन पैदा करने के लिए बेताब है. सीएम स्टालिन ने यह भी कहा कि डीएमके एक राजनीतिक दल है जो पिछड़े, अति पिछड़े, अनुसूचित जाति और जनजाति, अल्पसंख्यकों और महिलाओं में विश्वास करता है. उन्होंने यह भी कहा कि तमिलनाडु पहला राज्य था जिसने महिलाओं को समान अधिकार  प्रदान किए और कहा कि द्रमुक ने महिलाओं को वह दिया जो सनातन धर्म ने देने से इनकार कर दिया था।

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