PM Modi in Varanasi: वाराणसी में आज पीएम मोदी की 'पाठशाला', 12 मुख्यमंत्रियों और 9 उपमुख्यमंत्रियों से लेंगे उनके राज्यों के काम की रिपोर्ट
पीएम मोदी (Photo Credits PTI)

PM Narendra Modi in Kashi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) दो दिवसीय दौरे पर अपने संसदीय क्षेत्र काशी में हैं. उनके दौरे का आज दूसरा दिन हैं. प्रधानमंत्री अपने दौरे के दूसरे दिन यानी आज यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ समेत बीजेपी शासित राज्यों के 12 मुख्यमंत्रियों और नौ उप मुख्यमंत्री के साथ बैठक करने वाले हैं. प्रधानमंत्री आज इन सभी मुख्यमंत्रियों के साथ दिन में बैठक करेंगे और उनसे उनके राज्यों में हो रहे कामकाज का हिसाब लेंगे. कल रात को भी पीएम मोदी ने इन सभी मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक कर कई मुद्दों पर चर्चा की.

पीएम मोदी के साथ बैठक में शामिल होने वाले मुख्यमंत्रियों को कहा गया है कि वो प्रधानमंत्री को ये बताएं कि गुड गवर्नेंस को लेकर वो अपने प्रदेश में क्या कर रहे हैं. इसके अलावा, सभी मुख्यमंत्रियों को अपने प्रदेश में चल रही एक बड़ी योजनाओं के बारे में भी बताना है. पीएम मोदी इस सम्मेलन के जरिए ये संदेश देना चाहते हैं कि उनकी नजर हर उस प्रदेश के विकास के काम पर है, जहां बीजेपी की सरकार है और यही वजह है कि आज की बैठक को लेकर सभी मुख्यमंत्रियों ने खास तैयारी की है. यह भी पढ़े: Kashi Vishwanath Dham: ‘गंगा आरती’ में शामिल हुए पीएम नरेंद्र मोदी, रोशनी से जगमग हो उठा वाराणसी

वहीं बीजेपी महासचिव अरुण सिंह ने दो दिन पहले अपने एक बयान में कहा कि इस बैठक के जरिए भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों को ''अन्य राज्यों से सीखने और प्रगति करने में मदद मिलेगी और उनके द्वारा किए जा रहे अच्छे कार्यों को पेश करने का भी अवसर मिलेगा.'' सिंह ने कहा कि ''मुख्यमंत्री परिषद'' में असम, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, गुजरात, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, मणिपुर, त्रिपुरा, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री भाग लेंगे.

बता दें कि वाराणसी के मध्य में स्थित महत्वाकांक्षी काशी विश्वनाथ गलियारे का सोमवार को उद्घाटन किया, इस विशाल परियोजना के बाद प्रधानमंत्री ने कहा, "काशी विश्वनाथ के इतिहास में एक नया अध्याय लिखा जा रहा है. काशी विश्वनाथ धाम परिसर सिर्फ एक भव्य इमारत ही नहीं बल्कि भारत की संस्कृति और परंपराओं का प्रतीक है. काशी बताती है कि कैसे प्राचीन काल की प्रेरणाएं भविष्य को दिशा दे रही हैं. (इनपुट एजेंसी के साथ)