पीएम मोदी को रोड शो न करने की सलाह, एसपीजी-सीपीजी कमांडो को किया गया अलर्ट
राजीव गांधी हत्याकांड की तर्ज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश का खुलासा होने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें रोड शो से दूर रहने की सलाह दी है. सुरक्षा-व्यवस्था में किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं हो इसके लिए विशेष सुरक्षा दल (एसपीजी) और सीपीजी (क्लोज प्रोटेक्शन ग्रुप) के जवानों को और अधिक अलर्ट रहने का आदेश दिया गया है.
नई दिल्ली: राजीव गांधी हत्याकांड की तर्ज पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश का खुलासा होने के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने उन्हें रोड शो से दूर रहने की सलाह दी है. सुरक्षा-व्यवस्था में किसी भी प्रकार की ढिलाई नहीं हो इसके लिए विशेष सुरक्षा दल (एसपीजी) और सीपीजी (क्लोज प्रोटेक्शन ग्रुप) के जवानों को और अधिक अलर्ट रहने का आदेश दिया गया है.
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ साजिश का पर्दाफाश होने के बाद विशेष सुरक्षा दल (एसपीजी) ने अपने जवानों को और सतर्क रहने के लिए कहा है. इसके अलावा सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालने वाली एसपीजी ने पीएम को रोड शो न करने की सलाह दी है.
पुणे पुलिस ने गुरुवार को एक अदालत में कहा कि उसने एक संदिग्ध नक्सली से एक पत्र जब्त किया है जिसमें खुलासा हुआ है कि उन्होंने राजीव गांधी जैसी घटना के जरिए मोदी को मार डालने की योजना बनाई है. बुधवार को प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी -माओवादी के साथ रिश्तों के आरोप में पांच कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया था, जिनके पास से यह पत्र बरामद किया गया.
गुरुवार को पुणे की अदालत में सरकारी वकील ने पांचों लोगों की पुलिस हिरासत की मांग की और मिले सामानों के बारें में कोर्ट को बताया. इस दौरान वकील ने एक ईमेल का जिक्र किया जिसमें पीएम मोदी का नाम सीधे नहीं लिया गया था लेकिन राजीव गांधी जैसी हत्या होने की बात कही गई थी. इसके अलावा अदालत में एक पत्र भी सबमिट किया. जो कि आरोपितों में से एक के लैपटॉप से मिला था. पुलिस को आशंका है कि यह पत्र प्रतिबंधित भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (माओवादी) की केंद्रीय समिति के किसी सदस्य द्वारा लिखा गया है. जिसे सरकारी वकील ने कोर्ट को पढ़कर भी सुनाया.
एसपीजी और सीपीजी करती है प्रधानमंत्री की सुरक्षा
बता दें की प्रधानमंत्री की सुरक्षा में सीपीजी के जवान हमेशा उनके आस पास घेरा बनाकर होते है. सीपीजी प्रधानमंत्री की अंदरूनी सुरक्षा का जिम्मा संभालती हैं. ये जवान किसी आतंकवादी को पलभर में मौत के घाट उतारने के लिए एकदम तैयार होते है. दूसरी तरफ, एसपीजी की क्विक रिस्पांस टीम कैट (काउंटर असॉल्ट टीम) अत्याधुनिक और स्टेट ऑफ द आर्ट हथियारों से लैस होती है. एसपीजी प्रधानमंत्री पर किसी भी हमले की दशा में तुरंत मोर्चा संभालकर हमलावरों का सफाया करने में सक्षम होती है.