PM Kisan Samman Nidhi Yojana: प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना के 4 वर्ष पूरे होने पर 24 फरवरी को भाजपा किसान मोर्चा (BJP Kisan Morcha) देश भर में किसान सम्मेलन का आयोजन करने जा रहा है. आगामी विधान सभा चुनावों के साथ-साथ 2024 में होने वाले लोक सभा चुनाव की तैयारियों के मद्देनजर भाजपा का किसान मोर्चा 24 फरवरी को देश के सभी जिलों में किसान सम्मेलन एवं इस तरह के अन्य कार्यक्रमों के जरिए पीएम किसान सम्मान निधि योजना के लाभार्थियों से बातचीत एवं संवाद करेगा और उन्हें मोदी सरकार की उपलब्धियों की जानकारी देगा.
आपको बता दें कि, सोमवार को नई दिल्ली स्थित भाजपा राष्ट्रीय मुख्यालय में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर की मौजूदगी और भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर के नेतृत्व में राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यक्रम कार्यशाला का आयोजन हुआ. कार्यक्रम में किसान मोर्चे के आगामी कार्यक्रमों को लेकर चर्चा हुई. यह भी पढ़े: PM Kisan Samman Nidhi: पीएम किसान निधि से करोड़ों किसानों के जीवन में आए बदलाव : पीएम मोदी
कार्यक्रम के उद्घाटन सत्र में बोलते हुए केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि सेना के सिपाही जिस भावना से सीमा की सुरक्षा करते हैं उसी भावना के साथ देश का अन्नदाता धरती मां की सेवा करता है. उन्होंने किसान मोर्चा से प्राकृतिक खेती के अभियान को देश के गांव-गांव तक ले जाने का आह्वान किया.
वहीं भाजपा किसान मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजकुमार चाहर ने उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी सरकार की किसान हितैषी योजनाओं और नीतियों की वजह से आज देश के किसान भाई सशक्त, आत्मनिर्भर और स्वावलंबी हो रहे हैं.
प्राकृतिक खेती को अपनाने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वाहन का जिक्र करते हुए चाहर ने बताया कि पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा आगामी माह में उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के शुक्रताल से प्राकृतिक खेती के अभियान का शुभारंभ करेंगे.
उन्होंने बताया कि पहले चरण में मां गंगा के किनारे 5-5 किलोमीटर दोनों तरफ पद यात्राएं की जाएंगी एवं किसान सम्मेलन का आयोजन होगा और दूसरे चरण में देश के अन्य हिस्सों में नदियों के किनारे प्राकृतिक खेती के प्रोत्साहन हेतु जन जागरण अभियान व पदयात्राएं आयोजित की जाएंगी. उन्होंने आगे कहा कि हजारों कार्यकर्ताओं को प्राकृतिक खेती हेतु प्रशिक्षित करेंगे.प्रदेश व जिला स्तर पर प्राकृतिक खेती सेमिनार प्रशिक्षण कार्यक्रम भी चलाए जाएंगे। बजट में भी सरकार ने एक करोड़ किसानों तक पहुंचने का लक्ष्य बनाया है.