नई दिल्ली: पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों से परेशान जनता को राहत देने के लिए केंद्र सरकार आनेवाले समय में बड़े कदम उठा सकती है. इस बात की ओर इशारा करते हुए वित्त सचिव हसमुख अढ़िया ने कहा कि वस्तु और सेवाकर (जीएसटी) परिषद पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने पर विचार कर रही है. इंटरनेशनल मार्केट में कच्चे तेल के बढ़ते दाम और रुपये में कमजोरी के चलते एक बार फिर पेट्रोल-डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही है.
जीएसटी के क्रियान्वयन का एक वर्ष पूरा होने के अवसर पर आज नई दिल्ली मेंएक कार्यक्रम में वित्त सचिव हसमुख अढि़या ने कहा कि कि जीएसटी परिषद पेट्रोलियम उत्पादों को जीएसटी के दायरे में लाने पर विचार कर रही है. इसके लिए चरणबद्ध तरीके से काम किया जा रहा है.
अढ़िया ने कहा कि हमने काफी कुछ किया है पर इसका यह मतलब नहीं कि मौजूदा प्रणाली में अब और सुधार की गुंजाइश नहीं है. हमारा अब भी मानना है कि हमें सुधार की दिशा में काफी काम करने की जरूरत है और हम उसी दिशा में काम कर रहे हैं.
बता दें कि देश के चार प्रमुख महानगरों में शुक्रवार को पेट्रोल और डीजल की कीततों में लगातार दूसरे दिन वृद्धि दर्ज की गई. देश की राजधानी दिल्ली में पेट्रोल शुक्रवार को 14 पैसे बढ़कर 75.85 रुपये प्रति लीटर हो गया. तेल कंपनी इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल क्रमश: 78.53 रुपये, 83.24 रुपये, 78.72 रुपये प्रति लीटर हो गया.
वहीं, डीजल की कीमतें शुक्रवार को दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में क्रमश: 67.66 रुपये, 70.21 रुपये, 71.79 रुपये और 71.42 रुपये प्रति लीटर हो गईं. इससे पहले गुरुवार को चारों महानगरों में डीजल की कीमतें बढ़कर क्रमश: 67.50 रुपये, 70.05 रुपये, 71.62 रुपये और 71.24 रुपये प्रति लीटर हो गई थीं.