नोएडा, 19 नवंबर: गौतम बुद्ध नगर जिले में कोरोना के संक्रमण को रोकने के उद्देश्य से जिला प्रशासन एवं स्वास्थ्य विभाग के द्वारा निरंतर कार्यवाही सुनिश्चित की जा रही है. इसी श्रृंखला में जिलाधिकारी सुहास एल वाई के निदेशरें के अनुपालन में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने गुरुवार को बोटैनिकल गार्डन मेट्रो स्टेशन और अशोक नगर मेट्रो स्टेशन पर कोरोना को लेकर रैंडम रूप से एंटीजन टेस्ट किये जा रहे हैं. हालांकि इस अभियान का गुरुवार को दूसरा दिन है. दरअसल जिले में बढ़ते संक्रमण को देखते हुए जिलाधिकारी ने रैंडम सैम्पलिंग करने का एक्शन प्लान तैयार किया. इस अभियान के तहत दिल्ली से आने वाले लोगों की रैंडम सैम्पलिंग की जा रही है.
गौतमबुद्धनगर सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी ने आईएएनएस को बताया, रैंडम सैम्पलिंग की जा रही है, जिसमें पता किया जा रहा है कि कितने लोग संक्रमित है. इससे संक्रमण फैलने से रुकेगा, जनता के लिए एक अच्छा काम किया जा रहा है. लोगों द्वारा इसमें सहयोग भी किया जा रहा है. उन्होंने कहा, लोग चाहते हैं जांच हो और हम ये सुविधा उनको दे रहे हैं. बुधवार को भी दो जगह किया गया था और आज मेट्रो स्टेशन पर किया जा रहा है. ये अभियान लगातार चलने वाला है, जब तक हम नोएडा को संक्रमण से कंट्रोल नहीं कर लेते तब तक इस अभियान को चलाया जाएगा.
यह भी पढ़ें: यूपी में कोरोना का कहर, पिछले 24 घंटों के भीतर 592 नए केस आए सामने, राज्य में अब तक 10 हजार से अधिक हुए ठीक
दरअसल बुधवार को डीएनडी दिल्ली बॉर्डर एवं चिल्ला बॉर्डर पर स्वास्थ्य विभाग की टीम के द्वारा कोरोना को लेकर रैंडम एंटीजन टेस्ट किए गए. डीएनडी पर स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 81 लोगों के एंटीजन टेस्ट किए, जिसमें एक व्यक्ति पॉजिटिव पाया गया. इसी प्रकार चिल्ला बॉर्डर पर 84 व्यक्तियों की रैंडम चेकिंग की गई जिसमें दो व्यक्ति कोरोना पॉजिटिव मिले.
दरअसल, 17 नवंबर को जिलाधिकारी सुहास एल वाई के द्वारा स्वास्थ्य विभाग एवं प्रशासनिक अधिकारियों के साथ कोरोना को लेकर ऑनलाइन बैठक की गई जिसमें तय किया गया कि दिल्ली में बढ़ते कोरोना के मरीजों को ²ष्टिगत रखते हुए दिल्ली से आने वाले यात्रियों की रैंडम चेकिंग की जाएगी.
जिलाधिकारी ने बैठक में कहा था कि, जहां जहां पर कोरोना के संक्रमित व्यक्ति मिल रहे हैं उनके कांटेक्ट ट्रेसिंग पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. कोरोना संक्रमित व्यक्तियों का सभी सरकारी एवं प्राइवेट अस्पतालों में कोविड-19 के प्रोटोकॉल के अनुरूप सरकार की मंशा के अनुसार इलाज संभव कराने के उद्देश्य से प्रशासनिक एवं स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों द्वारा निरंतर स्तर पर कार्रवाई सुनिश्चित की जाए.