Pariksha Pe Charcha 2021: 'परीक्षा पे चर्चा' में पीएम मोदी ने छात्रों को बताया सक्सेस मंत्र, बोले- एक्जाम हॉल में जाने से पहले बाहर छोड़ दें सारी टेंशन
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Photo Credits: ANI)

Pariksha Pe Charcha 2021: कोरोना वायरस की दूसरी लहर (Second Wave of Coronavirus) के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने बुधवार शाम 7 बजे परीक्षा पे चर्चा 2021 कार्यक्रम के जरिए स्कूली छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को संबोधित किया. बता दें कि परीक्षा पे चर्चा का यह चौथा संस्करण रहा, जिसे कोरोना संकट (Corona Crisis) के चलते वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबोधित किया गया. वर्चुअल तरीके से आयोजित इस कार्यक्रम में पीएम मोदी (PM Modi) ने कई छात्रों से सवाल-जवाब भी किए. उन्होंने कहा कि जिंदगी बेहद लंबी है और इस दौरान कई पड़ाव आते रहते हैं. छात्रों को डर परीक्षा का नहीं होता है, बल्कि उन्हें डर उस माहौल से होता है जो उनके आसपास बना दिया गया है कि परीक्षा ही सब कुछ है.

बोर्ड एग्जाम को लेकर छात्रों के डर को दूर करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि परीक्षा हॉल में पहुंचने के बाद अगर आपका मन अशांत रहेगा, चिंताग्रस्त रहेगा तो यह संभावना है कि प्रश्न पेपर मिलने के बाद आप कुछ देर के लिए सब कुछ भूल जाएंगे, इसलिए इससे बचने का सबसे अच्छा विकल्प यह है कि आप अपनी सारी टेंशन को बाहर छोड़कर एग्जाम हॉल में जाएं.

एग्जाम हॉल में टेंशन फ्री होकर जाएं

इसके अलावा पीएम मोदी ने छात्रों को सफलता का मंत्र देते हुए कहा कि अपनी मेमरी को शार्प यानी अपने दिमाग को तेज करने के लिए IIAV के फॉर्मूले पर ध्यान देना चाहिए. सक्सेस होने के लिए आप इन्वॉल्व (Involve) , इंटरनलाइज (internalize), एसोसिएट (associate) और विजुअलाइज (visualize) के  फॉर्मूले को अपना सकते हैं.

पीएम मोदी का छात्रों को सक्सेस मंत्र

उन्होंने दसवी और बारहवीं के छात्रों से कहा कि आपको अपने आसपास के जीवन को ऑब्जर्व करना सीखना चाहिए. आपके आसपास इतने सारे प्रोफेशन हैं, नेचर ऑफ जॉब्स हैं. सपनों में खोए रहना अच्छा लगता है. इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सपने देखना अच्छी बात है, लेकिन अपने सपने को लेकर बैठे रहना, या सपनों के लिए सोते रहना सही बात नहीं है. सपनों को साकार करने के लिए आपका संकल्प मजबूत होना चाहिए. यह भी पढ़ें: Pariksha Pe Charcha 2021 Live Streaming: पीएम मोदी छात्रों व अभिभावकों के साथ करेंगे 'परीक्षा पे चर्चा', यहां देखें लाइव

इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना काल में अगर हमने काफी कुछ खोया है, तो बहुत कुछ पाया भी है. इस महामारी के दौरान हमने अपने परिवार में एक-दूसरे को ज्यादा नजदीक से समझा है. भले ही कोरोना ने सोशल डिस्टेंसिंग के लिए मजबूर किया, लेकिन इससे परिवार के सदस्यों के बीच इमोशनल बॉन्डिंग भी पहले से ज्यादा मजबूत हुई है.