पराग मिल्क (Parag Milk) फूड्स लिमिटेड दिल्ली-एनसीआर (Delhi-NCR) के बाजार में प्रतिदिन 10,000 लीटर प्रीमियम ताजा गाय के दूध (Cow Milk) की आपूर्ति करेगा. यह दूध कंपनी के पुणे (Pune) डेयरी फार्म से सीधे हवाई जहाज से दिल्ली पहुंचेगा. इसकी कीमत 120 रुपये प्रति लीटर होगी. कंपनी के एक शीर्ष अधिकारी ने गुरुवार को इसकी जानकारी दी. पराग मिल्क ने पिछले वित्त वर्ष में कुल 1,950 करोड़ रुपये का कारोबार किया. कंपनी के महाराष्ट्र (Maharashtra), आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) और हरियाणा (Haryana) में 29 लाख लीटर प्रतिदिन की कुल दूध प्रसंस्करण क्षमता के संयंत्र हैं. कंपनी 'गोवर्धन', 'गो' और 'प्राइड ऑफ काउज' सहित विभिन्न ब्रांडों के तहत दूध और अन्य डेयरी उत्पाद बेचती है.
पराग मिल्क फूड्स के अध्यक्ष देवेंद्र शाह ने दिल्ली में संवाददाताओं से कहा कि हम अब दिल्ली-एनसीआर के बाजार में अपने प्रीमियम दूध ब्रांड 'प्राइड ऑफ कॉउज' को पेश कर रहे हैं. हम इस गाय के दूध को 120 रुपये प्रति लीटर के दाम पर बेचेंगे. शुरुआत में, हम प्रति दिन 10,000 लीटर और अगले छह महीनों में बढ़ाकर प्रति दिन 20,000 लीटर दूध की आपूर्ति करेंगे. पिछले साल अप्रैल में, पराग मिल्क ने उत्तर और पूर्वोत्तर भारत में अपने कारोबार का विस्तार करने के लिए सोनीपत की दानोने विनिर्माण सुविधा केन्द्र का अधिग्रहण किया. अगस्त में, उसने इस संयंत्र से वाणिज्यिक परिचालन शुरू किया और दिल्ली-एनसीआर क्षेत्र में पाउच में गाय का दूध पेश किया.
उन्होंने कहा कि कंपनी पहले से ही इस प्रीमियम गाय दूध का औसतन 34,000 लीटर सीधे तौर पर मुंबई, पुणे और सूरत में ग्राहकों को बेच रही है. प्रीमियम गाय के दूध की कीमत मुंबई और पुणे के बाजारों से अधिक है, जहां रसद लागत के कारण यह 95 रुपये प्रति लीटर के दाम पर बिक रहा है. शाह ने कहा कि प्राइड ऑफ कॉउज 'ब्रांड से कंपनी का राजस्व वित्त वर्ष 2013-18 में 28 प्रतिशत की वार्षिक विकास दर से बढ़ा है और यह इसी गति से आगे भी बढ़ता रहेगा. एनसीआर देश का सबसे बड़ा दूध बाजार है जो कि करीब 11,000 करोड़ रुपये का है. यह भी पढ़ें- दिल्ली में नहीं बंद होंगे हुक्का बार, NGT ने कहा- प्रदूषण फैलाने वाले कारकों में शामिल नहीं
वरिष्ठ उपाध्यक्ष (रणनीति - बिक्री और विपणन) अक्षाली शाह ने कहा कि जैसे-जैसे ताजे दूध की प्रत्यक्ष खपत में वृद्धि हुई है, उपभोक्ता अपने उपभोग वाले दूध के स्रोत और पोषक तत्वों की मात्रा के प्रति सावधान हो गए हैं, जिसके कारण वे प्रीमियम गुणवत्ता वाले दूध के लिए अधिक निवेश करते है. दिल्ली एनसीआर में ऐसे उपभोक्ताओं की बहुतायत होने के साथ, हमने इस क्षेत्र में विस्तार की बड़ी संभावना को देखा है.