पालघर में मॉब लिंचिंग, चोर समझकर ड्राइवर समेत 3 लोगों की पीट-पीटकर हत्या
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo Credits: IANS/ Representational Image)

मुंबई: देश में मॉब लिंचिंग (Mob lynching) की घटनाए रुकने की नाम नही ले रही है. महाराष्ट्र के पालघर में गुरुवार को आदिवासियों के एक समूह ने चोर समझकर कार से जा रहे दो लोगों के साथ ही कार के ड्राइवर को लाठी डंडो से पीट-पीटकर मार डाला. वारदात से पहले इसकी सूचान कार चलाने वाले ड्राइवर ने पुलिस को जरूर दिया. लेकिन घटना स्थल पर पहुंची पुलिस लोगों की भीड़ ज्यादा होने की वजह से पीड़ितों को वह बचा नही सकी. इस बीच लोगों ने पुलिस की गाड़ी को भी नुकसान पहुंचाया. वहीं इस पूरे घटना को लेकर कई लोगों को गिरफ्तार कर मामले की जांच कर रही है.

टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार घटना गुरुवार की रात की है. तीन लोग इको वैन में सवार होकर नासिक से आ रहे थे. उनकी वैन दाभडी-खानवेल रोड (Dabhadi- Khanvel Road) पर पहुंची ही थी कि आदिवासियों को लगा कि कार में सवार चोर है. जिसके बाद गांव के करीब 200 लोगों की भीड़ उनकी कार पर पहले पत्थर से पथराव किया. जिसके बाद वे उनकी वैन को रोककर सभी तीनों लोगों को कार से बाहर निकाला और दोनों कार में बैठे दोनों लोगों का लाठी डंडो से पिटाई करने लगे. इस बीच किसी तरह वैन चलाने वाला ड्राइवर किसी तरफ बचकर जरूर पुलिस को फोन किया. जब तक पुलिस घटना स्थल पर पहुंचती कि आदिवासियों ने ड्राइवर समेत दोनों लोगों को पीट रहे थे. पुलिस लोगों के बीच से उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन पीड़ितों को बचा नहीं पाई. यह भी पढ़े: मध्यप्रदेश: बच्चा चोर की अफवाह के बाद धार जिले में मॉब लिंचिंग, 7 लोगों पर जानलेवा हमला, एक की मौत 6 घायल

दरअसल आदिवासी के बीच उनके इलाके में चोरी करने को लेकर अफवाह थी. इसलिए रात में आस-पास से गुजरने वाली सभी गाड़ियों पर ये नजर रख रहे थे. यही वजह है कि इन आदिवासियों तीन लोगों की जान सिर्फ चोर होने की शक पर ले लिया. जबकि ये चोर नहीं थे. बल्कि ड्राइवर समेत ये तीनों लोग कही जा रहे थे. बात दें कि कुछ इसी तरह इसी साल फरवरी महीने में तमिलनाडू में घटना घटी हो चुकी है. चेन्नई के विल्लुपुरम शहर में 12 फरवरी को दिनदहाड़े लूटपाट हुई थी. जिसके बाद लोगों ने चोर समझकर एक 24 वर्षीय आर सक्थिवेल (R Sakthivel) नाम के युवक की हत्या कर दी. जबकि वह एस पुधुर नामक एक गांव में शौचालय करने के लिए रुका हुआ था.